एक राष्ट्रीय गठबंधन और राजनीतिक कार्रवाई समिति (PAC) एशियंस मेकिंग अमेरिका ग्रेट अगेन (AsiansMAGA) की सह-संस्थापक हॉली हैम ने आगामी चुनाव के मद्देनजर विरासत के बजाय नीति को प्राथमिकता देने पर जोर दिया है।
हैम ने भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं से अपने चुनावी विकल्पों के व्यापक निहितार्थों पर विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि कमला हैरिस सिर्फ एक वोट नहीं हैं क्योंकि उनके पास एशियाई विरासत है और क्योंकि हम एशियाई विरासत हैं। समुदाय के भीतर पहचान की राजनीति पर निर्भरता पर सवाल उठाते हुए हैम ने पूछा- कमला हैरिस ने भारतीयों और एशियाई भारतीयों के लिए क्या किया है? शिक्षा अधिकारों को लेकर क्या हुआ?
हैम ने कहा कि कमला हैरिस कैलिफोर्निया में प्रस्ताव 47 जैसी नीतियों का समर्थन कर रही थीं जिसमें योग्यता के बजाय विश्वविद्यालयों में नस्लीय कोटा की मांग की गई थी। लेकिन राष्ट्रपति ट्रम्प हमेशा योग्यता के पक्षधर रहे हैं। कड़ी मेहनत और समर्पण वह होना चाहिए जो हमें आगे ले जाए, न कि जाति या पहचान के सवाल हों। उन्होंने मतदाताओं को समान अवसरों को बढ़ावा देने वाली नीतियों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए यह बात कही।
हैम ने राष्ट्रपति ट्रम्प की पिछली नीतियों की सराहना की जिनमें उनके नेतृत्व में आर्थिक विकास, कर कटौती और विशेष रूप से भारत के साथ मजबूत अंतरराष्ट्रीय संबंधों की ओर इशारा किया गया। हैम ने NIA को बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प के शासन काल में अमेरिका के विशेष रूप से भारत के साथ बहुत अच्छे रिश्ते थे।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आर्थिक समृद्धि और सुरक्षा पर ट्रम्प का ध्यान कई एशियाई अमेरिकी मतदाताओं, विशेष रूप से भारतीय अमेरिकी समुदाय के मतदाताओं के साथ मेल खाता है। ट्रम्प की नीतियों में उद्यमिता को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। उन्होंने कहा कि छोटे व्यवसाय वास्तव में हमारे महान देश की रीढ़ हैं और राष्ट्रपति ट्रम्प ने हमेशा उनका समर्थन किया है।
स्विंग या निर्णायत स्तानों में प्रमुख जनसांख्यिकीय के रूप में एशियाई अमेरिकी मतदाताओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए हैम ने कहा कि AsiansMAGA का लक्ष्य इन क्षेत्रों में चीनी, भारतीय, कोरियाई, वियतनामी और फिलिपिनो सहित कई जातीय समूहों में एशियाई अमेरिकी रूढ़िवादियों और नरमपंथियों को लक्षित करना और संगठित करना है ताकि राष्ट्रपति ट्रम्प की सत्ता में वापसी हो सके। इसकेल लिए गठबंधन ने पहले ही विभिन्न राज्यों में एशियाई अमेरिकी समुदायों की प्रमुख चिंताओं को प्रभावी ढंग से संबोधित करने के लिए कई एशियाई भाषा अभियान शुरू कर दिए हैं।
हैम ने बाइडेन-हैरिस प्रशासन के तहत एशियाई अमेरिकियों के सामने आने वाली चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने पिछले साढ़े तीन वर्षों में देखा है कि उनकी कुछ नीतियों ने एशियाई अमेरिकियों को वास्तव में नुकसान पहुंचाया है। हम उन समुदायों तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो मौ जूदा प्रशासन की नीतियों से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
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