ब्रिटेन में अवैध रूप से काम करने के आरोप में 12 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 11 पुरुष और एक महिला शामिल है। इन पर वीजा नियमों का उल्लंघन करके गैरकानूनी तरीके से नौकरी करने का आरोप है।
गृह कार्यालय के अनुसार, वेस्ट मिडलैंड्स के टिप्टन में बिस्तर व गद्दा फैक्ट्री में छापे के बाद सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा चार पुरुषों को उसके पास ही एक केक फैक्ट्री में गिरफ्तार किया गया। महिला को एक घर में इमिग्रेशन संबंधी अपराधों के आरोप में पकड़ा गया है।
गिरफ्तार किए गए 12 आरोपियों में से चार को ब्रिटेन से निर्वासित करने के लिए लंबित हिरासत में रखा गया है। बाकी आठ को इस शर्त पर जमानत पर रिहा कर दिया गया कि वे गृह कार्यालय को नियमित रूप से रिपोर्ट करेंगे। जिन फैक्ट्रियों में ये काम करते पकड़े गए थे, अब उनके ऊपर भारी भरकम जुर्माना लगाया जा सकता है।
अवैध प्रवासन मामलों के मंत्री माइकल टॉमलिंसन ने कहा कि अनिवार्य जांच के बिना गैरकानूनी तरीके से लोगों को नौकरी पर रखने वाले कारोबारियों को सजा और भारी जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। अगर यह पता चला कि इन लोगों के पास ब्रिटेन में रहने या काम करने का अधिकार नहीं था तो इन्हें देश से निकालने में भी हम संकोच नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि इस साल फरवरी से गृह विभाग ने अवैध प्रवासियों को नौकरी पर रखने वाली कंपनियों और मालिकों पर जुर्माना बढ़ाकर तीन गुना कर दिया है। पहली बार नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना हर अवैध कामगार के लिए 15,000 पाउंड लगता थे, जिसे बढ़ाकर 45,000 पाउंड कर दिया गया है। तीन साल के अंदर फिर से शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर 60,000 पाउंड जुर्माना लगेगा।
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