आगामी 8 जनवरी से भारतीय राज्य ओडिशा में 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन शुरू होने वाला है। इसे लेकर मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने औपचारिक जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन पहली बार ओडिशा राज्य में आयोजित किया जा रहा है। ओडिशा राज्य अपनी समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि 2017 से प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन हर दो साल में एक बार आयोजित किए जा रहे हैं। पिछला प्रवासी भारतीय दिवस मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर शहर में आयोजित हुआ था। 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। कई देशों के प्रतिनिधि कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 9 जनवरी को किया जाएगा। त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य की राष्ट्रपति महामहिम क्रिस्टीन कार्ला कंगालू, ORTT, 18वें प्रवासी भारतीय दिवस की मुख्य अतिथि होंगी और वह सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करेंगी। न्यूज़वीक के सीईओ और सह-संस्थापक डॉ. देव प्रगद 8 जनवरी को युवा प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि होंगे।
इन देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे
मॉरीशस, मलेशिया और दक्षिण अफ्रीका से मंत्री स्तरीय प्रतिनिधिमंडल और मलेशिया, मॉरीशस, ओमान, कतर, यूएई, यूके और यूएसए सहित कई अन्य देशों से प्रवासी भारतीयों के बड़े प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। पांच पूर्ण सत्र होंगे जिनकी अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री करेंगे और अपने-अपने क्षेत्रों के प्रतिष्ठित भारतीयों द्वारा संचालित किए जाएंगे।
बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी सदस्यों ने कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया
विदेश मंत्रालय ने कहा कि बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी सदस्यों ने कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया है। बयान में कहा गया है, "18वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का आयोजन ओडिशा राज्य सरकार के साथ साझेदारी में 08-10 जनवरी 2025 तक भुवनेश्वर में किया जा रहा है। इस पीबीडी सम्मेलन का विषय "विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान" है।" पीबीडी सम्मेलन में भाग लेने के लिए 50 से अधिक विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी सदस्यों ने पंजीकरण कराया है।
जशंकर ने पुरी में जगन्नाथ मंदिर के दर्शन किए
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम ओडिशा के लिए अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपरा को विश्व के समक्ष प्रदर्शित करने का अवसर है। कड़ी सुरक्षा के बीच जयशंकर अपनी पत्नी के साथ कोणार्क में 13वीं सदी के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर और पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर गए। जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज कोणार्क में भव्य सूर्य मंदिर के दर्शन कर बहुत खुशी हुई। हमारी विरासत और रचनात्मकता का प्रमाण, कोणार्क आने वाले दिनों में भुवनेश्वर की यात्रा करने वाले हमारे सभी प्रवासी मित्रों के लिए अवश्य आने लायक जगह है।’’
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