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भारतीय मूल की इन हस्तियों को मिला ऑस्ट्रेलिया डे ऑनर्स अवॉर्ड

जिन भारतवंशियों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है, उनमें प्रोफेसर कुंतला लाहिड़ी दत्त, भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त रहीं हरिंदर कौर संधू, सर्जन डॉ. सचिंत कुमार लाल और डॉ. रामानंद कामथ शामिल हैं। 

डॉ सचिंत लाल, कुंतला लाहिड़ी दत्त, हरिंदर सिद्धू और डॉ. रामानंद कामथ। / X @AusHCNZ

भारतीय मूल के चार ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को साल 2024 का ऑस्ट्रेलिया डे ऑनर्स पुरस्कार के लिए चुना गया है। ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। इस वर्ष कुल 1042 व्यक्तियों को ये पुरस्कार दिया गया है। 

जिन भारतवंशियों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है, उनमें प्रोफेसर कुंतला लाहिड़ी दत्त, भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त रह चुकी हरिंदर कौर सिद्धू, सर्जन डॉ. सचिंत कुमार लाल और डॉ. रामानंद कामथ शामिल हैं। 

हरिंदर कौर सिद्धू को सार्वजनिक प्रशासन और विदेशी मामलों में उल्लेखनीय योगदान के लिए ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एएम) पुरस्कार प्रदान किया गया है। हरिंदर कौर का जन्म सिंगापुर में भारतीय मूल के माता-पिता के यहां हुआ था। जब वह 10 वर्ष की थीं, तब परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया आ गई थीं। उन्होंने सिडनी विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और कानून की पढ़ाई की। उन्हें 2016 में भारत और बाद में 2022 में न्यूजीलैंड के लिए ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त नियुक्त किया गया था। 

डॉ. सचिन लाल को मेडल ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (ओएएम) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें उच्च शिक्षा एवं समुदाय के प्रति सेवाओं के लिए मान्यता दी गई है। बिहार के पटना में जन्मे डॉ. लाल 1965 में एमएस करने के बाद 1973 में रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स की प्रतिष्ठित फैलोशिप के लिए 1968 में यूके चले गए थे। 1977 में उनका परिवार ऑस्ट्रेलिया आ गया। वह नोट्रे डेम विश्वविद्यालय में हॉक्सबरी क्लिनिकल स्कूल के संस्थापक थे और 2008 से 2022 तक स्कूल के प्रमुख भी रहे।

प्रो. कुंतला लाहिड़ी दत्त को जनरल डिवीजन में ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (एओ) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन अनुसंधान एवं नवाचार, लैंगिक समानता एवं शिक्षा क्षेत्र में विशिष्ट सेवाओं के लिए ये पुरस्कार मिला है। प्रो. लाहिड़ी दत्त कैनबरा स्थित ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी (एएनयू) में कार्यरत हैं। 

डॉ. रामानंद कामथ को बाल चिकित्सा गैस्ट्रोएंटरोलॉजी क्षेत्र में सेवाओं के लिए मेडल ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (ओएएम) पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 87 वर्षीय डॉ. कामथ ने ऑस्ट्रेलिया में चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल कैम्परडाउन में बाल चिकित्सा गैस्ट्रोएंटरोलॉजी का पहला विभाग स्थापित किया था 1970 के दशक में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बच्चों का पहला लीवर ट्रांसप्लांट भी किया। कामथ ने मद्रास विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की पढ़ाई की है। 

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