टेक्सास में एक भीषण सड़क दुर्घटना में एक महिला समेत चार भारतीयों की मौत हो गई। ये सभी एक कारपूलिंग ऐप के माध्यम से जुड़े थे और अरकंसास के बेंटनविले जा रहे थे।
कॉलिन काउंटी शेरिफ ऑफिस के हवाले से डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट में बताया गया है कि ये हादसा शुक्रवार को 3.30 बजे के करीब व्हाइट स्ट्रीट से आगे हुआ था। मृतकों की पहचान आर्यन रघुनाथ ओरमपति, फारूक शेख, लोकेश पलाचरला और दर्शिनी वासुदेवन के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि पांच वाहनों की ये भीषण टक्कर इतनी भयावह थी कि जिस एसयूवी में ये सभी भारतीय सवार थे, उसमें आग लग गई और उनके शरीर जल गए। तेज़ रफ़्तार ट्रक ने एसयूवी को पीछे से टक्कर मारी थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओरमपति और उनका दोस्त शेख डलास में अपने चचेरे भाई से मिलने के बाद लौट रहे थे। लोकेश अपनी पत्नी से मिलने बेंटनविले जा रहे थे। टेक्सास विश्वविद्यालय से मास्टर्स पूरा करने के बाद अमेरिका में ही जॉब कर रही दर्शिनी बेंटनविले में अपने चाचा से मिलने जा रही थीं। इन सभी ने एक कारपूलिंग ऐप की मदद ली थी।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, दर्शिनी के पिता ने तीन दिन पहले ट्विटर पर एक पोस्ट में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग करके अपनी बेटी का पता लगाने में मदद मांगी थी। उन्होंने लिखा था कि मेरी बेटी दर्शिनी तीन साल से से यूएसए में हैं और फ्रिस्को टेक्सास में रहती हैं। एक दिन पहले शाम करीब तीन बजे वह तीन अन्य लोगों के साथ कार पूलिंग करके निकली थी। शाम चार बजे तक वह लगातार मैसेज कर रही थी, लेकिन उसके बाद उससे कोई संपर्क नहीं हो रहा है।
ओरमपति के पिता सुभाष चंद्र रेड्डी हैदराबाद में मैक्स एग्री जेनेटिक्स कंपनी के मालिक हैं। ओरमपति के दोस्त शेख भी हैदराबाद के रहने वाले थे और इस समय बेंटनविले में रह रहे थे। आर्यन ने कोयंबटूर के अमृता विश्व विद्यापीठम से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। तमिलनाडु की रहने वाली दर्शिनी टेक्सास के फ्रिस्को में रह रही थीं।
एक रिश्तेदार के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्यन के माता-पिता मई में टेक्सास विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। समारोह के बाद उन्होंने आर्यन से भारत लौटने को कहा था लेकिन उसने दो साल और अमेरिका में काम करने की बात कही थी।
फारूक शेख के पिता मस्तान वली ने बताया कि वह तीन साल पहले एमएस की डिग्री पूरी करने अमेरिका गए थे। हाल ही में उनकी डिग्री पूरी हो गई थी। वली एक रिटायर्ड कर्मचारी हैं। उनका परिवार बीएचईएल हैदराबाद में रहता है।
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