जय श्रीराम के नारे लगाते हुए और हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए 30 देशों के 90 प्रवासी भारतीयों के साथ 400 से अधिक श्रद्धालुओं ने अयोध्या में राम लला के दर्शन किये। इस दौरान उन्होंने भारत के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभूतपूर्ण जीत की कामना भी की।
प्रवासी भारतीयों के इस जत्थे का नेतृत्व ग्लोबल भारत के ब्रांड एंबेसडर, दिल्ली स्ट्डी ग्रुप के अध्यक्ष और दिल्ली से भाजपा के पूर्व विधायक डॉ. विजय जौली ने किया। सभी श्रद्धालुओं को रामनामी दुपट्टा ओढ़ाकर और माथे पर चंदन का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इससे पहले सभी श्रद्धालुओं ने सरयू नदी के घाट पर आरती और पूजा की। बाद में हनुमान गढ़ी मंदिर जाकर राम भक्त बजरंगबली का आशीर्वाद भी लिया।
इस अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क प्रमुख राम लाल, विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक दिनेश चंद्र, प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित उज्बेकिस्तान के व्यवसायी अशोक के. तिवारी और हिमालय परिवार के महामंत्री भूपेंद्र कंसल विशेष रूप से उपस्थित रहे। सबको चंपत राय का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।
श्रद्धालुओं में प्रमुख रूप से भूटान के राजदूत मेजर जनरल वेत्सोप नामग्याल, काउंसलर दोरजिक किंजांग, ताइवान के भारत में राजदूत की सहायक प्रतिनिधि कुमारी त्साई जेन चुन, भारत में रोमानिया के महावाणिज्य दूत विजय मेहत, टुवालु के महावाणिज्य दूत डॉ. दीपक जैन और निर्वासित तिब्बती संसद के स्पीकर खेंपो सोनम तेनफेल शामिल थे।
रामलला के दर्शन करने वाले प्रवासी भारतीयों में आस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, भूटान, कनाडा, कोलंबिया, कंबोडिया, जॉर्जिया, गुयाना, केन्या, कजाकिस्तान, मलेशिया, मोजाम्बिक, मकाऊ, नाइजीरिया, नेपाल, नॉर्वे, रोमानिया, रवांडा, स्पेन, सिंगापुर, सिंट मार्टेन, ताइवान, ताजिकिस्तान, त्रिनिदाद व टोबैगो, तुवालु, तिब्बत, युगांडा, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, उज्बेकिस्तान, अमेरिका आदि देशों के भारतीय मूल के नागरिक शामिल थे।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष 23 अप्रैल को भी डॉ. जौली की पहल पर 156 देशों और 7 महाद्वीपों की नदियों व समुद्रों के जल से अयोध्या में राम मंदिर का जलाभिषेक किया गया था।
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