अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक आचार्य लोकेश ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित प्री- जैना शिखर सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए कहा कि जैन दर्शन विश्व में शांति, सद्भावना एवं अहिंसा की स्थापना के लिए सदैव अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि जैन जीवन शैली को विश्व के कोने-कोने में अपनाया जा रहा है, खासतौर से कोविड महामारी के बाद जैन जीवन शैली के माध्यम से स्वस्थ समाज की संरचना काफी लोकप्रिय हुई है।
विश्व विख्यात जैन आचार्य लोकेश ने कहा कि जैन समुदाय का यह कर्तव्य बनता है कि जैन नियमों और आयामों को वैश्विक जनमानस तक पहुंचाए और विश्व कल्याण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि वर्तमान विश्व परिदृश्य में जब हिंसा, असमानताएं और पर्यावरण का क्षरण बढ़ रहा है, तब दुनिया भर में जैन समुदाय को अन्य समुदायों के साथ मिलकर शांति, सद्भाव, स्थिरता और समानता के लिए काम करने की आवश्यकता है।
आचार्यश्री ने जैना शिखर सम्मेलन के आयोजन की समसामयिकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्व के कोने कोने से एकजुट होकर जैन समाज वैश्विक स्तर पर समाजसेवा का कार्य कर रहा है।
जैना के उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संयोजक अतुल शाह ने इस अवसर पर बताया कि शीघ्र ही अमेरिका के शिकागो शहर में विश्व जैन समाज का कुम्भ मेला ‘जैना कोन्वेंशन’आयोजित होने जा रहा है।
शिखर सम्मेलन वैश्विक जैन समुदाय के भीतर शांति के लिए और उससे बाहर सद्भाव, स्थिरता एवं सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के विभिन्न आयामों पर चर्चा के लिए आयोजित किया गया।
सम्मेलन के सह संयोजक विपुल शाह और जिग्नेश जैन ने बताया कि जैना शिखर सम्मेलन में अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड आदि देशों के 7000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन की तैयारियां ज़ोर-शोर से चल रही हैं।
सम्मेलन का शुभारंभ महासंघपति और संघपति द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं डॉ. आचार्य लोकेश जी के मांगलिक प्रवचन से हुआ। जेएसएमसी अध्यक्ष प्रग्नेश शाह और जैना अध्यक्ष बिंदेश शाह ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के जैना के पूर्व अध्यक्ष प्रेम जैन, डॉ. सुशील जैन सहित अनेक पूर्व अध्यक्ष एवं गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे। सभागार में उपस्थित लोगों में जैना शिखर सम्मेलन के आयोजन को लेकर अत्यंत उत्साह देखा गया।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login