टोरंटो के आसपास के इलाके, GTA में वॉन के बाद ब्रैम्पटन दूसरा शहर बन गया है जहां धर्मस्थलों के बाहर विरोध प्रदर्शन पर बैन लग गया है। ब्रैम्पटन की सिटी काउंसिल ने एक नया कानून पास किया है जिससे पूजा स्थलों के 100 मीटर के आसपास प्रदर्शन करना जुर्म होगा। ये फैसला सांप्रदायिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए लिया गया है।
ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने पहले ही साफ कर दिया था कि वो पूजा स्थलों को विरोध प्रदर्शनों से दूर रखने के लिए कानून लाएंगे। दरअसल, हाल ही में साउथ एशियन कम्युनिटी के अलग-अलग ग्रुप्स के बीच हिंसा की घटनाएं हुई थीं, उसी के बाद मेयर ने ये बिल काउंसिल में पेश किया और खूब सुर्खियां बटोरीं। ये कानून सर्वसम्मति से पास हुआ। ब्रैम्पटन के पड़ोसी शहर वॉन ने सबसे पहले पूजा स्थलों, स्कूलों और अस्पतालों के 100 मीटर के दायरे में विरोध प्रदर्शन पर रोक लगाई थी। वॉन की सिटी काउंसिल ने ये कानून बनाते समय 100,000 डॉलर तक के जबरदस्त जुर्माने का भी ऐलान किया था।
पिछले हफ्ते जब टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में पेंशनर्स के लिए एक कैंप का आयोजन किया था, उसी समय चरमपंथी गुट ने मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। इस विरोध प्रदर्शन की वजह से दो पक्षों के बीच झड़पें हो गई थीं। इसके बाद, भारत समर्थकों के एक ग्रुप ने माल्टन में मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस ने बीच-बचाव किया और प्रदर्शनकारियों को एक पूजास्थल के पास नहीं जाने दिया। इन घटनाओं से कम्युनिटी में तनाव बढ़ गया। पुलिस ने अपनी जांच के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया और हिंसा की वीडियो वायरल होने के बाद दो और लोगों के खिलाफ वॉरंट जारी किए।
पैट्रिक ब्राउन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि ब्रैम्पटन की काउंसिल ने सर्वसम्मति से एक कानून पास किया है जिससे पूजा स्थलों पर शांति और सुरक्षा बनी रहे और विरोध प्रदर्शनों से कोई खलल न पड़े। उन्होंने लिखा, 'वॉन में पास हुए ऐसे ही एक कानून से प्रेरणा लेते हुए ये नया कानून पूजा स्थलों पर विरोध प्रदर्शनों पर रोक लगाएगा। चाहे आप किसी भी धार्मिक स्थल में जाएं, आपको बिना हिंसा, उत्पीड़न के बिना प्रार्थना करने का अधिकार है।' पैट्रिक ब्राउन ने ये भी कहा कि 'इस देश में हम विरोध प्रदर्शन के अधिकार की रक्षा करते हैं, बशर्ते कि यह किसी और के अधिकार का उल्लंघन न करे।'
जब मेयर ने प्रस्ताव पेश किया, तो उन्होंने शहर की तरफ से विरोध प्रदर्शन के अधिकार और जन सुरक्षा की जरूरत, दोनों को संतुलित करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। शहर में बढ़ रहे सांप्रदायिक संघर्षों की चिंता जताते हुए, उन्होंने जोर देकर कहा कि पूजा स्थलों को सभी के लिए सुरक्षित जगह बनाने के लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।
हिंसा की घटनाओं ने ग्रेटर टोरंटो एरिया के पुलिस संगठनों पर अतिरिक्त दबाव डाला है। 15 नवंबर को जब सिख समुदाय ने कई दूसरे समुदायों के साथ मिलकर सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाया, तो पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए पर्याप्त तैनाती की थी। ग्रेटर टोरंटो एरिया के सभी सिख गुरुद्वारों में बड़े-बड़े धार्मिक समागमों के अलावा, टोरंटो पुलिस, पील रीजनल पुलिस और हाल्टन रीजनल पुलिस समेत सभी पुलिस संगठन पूरी तरह से अलर्ट मोड में थे, क्योंकि टोरंटो में टेलर स्विफ्ट के छह कॉन्सर्ट होने वाले थे।
टोरंटो पुलिस के चीफ मायरोन डेम्कीव ने मीडिया को बताया, 'हर उम्र के 'स्विफ्टीज' (टेलर स्विफ्ट के फैंस) इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। और मैं चाहता हूं कि लोगों को पता हो कि टोरंटो पुलिस सर्विस ये सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि ये कार्यक्रम सभी के लिए सुरक्षित और सुखद रहें।'
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