भारतीय दूरसंचार सर्विस की लीडर भारती एयरटेल ने 500 दिनों के रेकॉर्ड समय के भीतर भारत के 12 सर्किलों में स्वीडिश प्रोवाइडर एरिक्सन से मिले 100,000 मैसिव MIMO 5G radios को सफलतापूर्वक तैनात किया है। 5जी के क्षेत्र में अपनी तरह के सबसे बड़े राष्ट्रीय ऑपरेशन में से यह एक है।
एयरटेल और एरिक्सन ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि एरिक्सन के 5 जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) और मिनी-लिंक (माइक्रोवेव) मोबाइल ट्रांसपोर्ट पोर्टफोलियो से रेडियो सिस्टम का उपयोग किया है। यह एक वायरलेस कनेक्टिविटी है, जिसमें इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम यानी रेडियो तरंगों का इस्तेमाल होता है। यह नई जेनरेशन की टेलीकॉम टेक्नोलॉजी है, जिसमें पुरानी सभी 1G, 2G, 3G और 4G (LTE) के मुकाबले ज्यादा तेजी से रेडियो तरंगों का आदान-प्रदान होता है। तकनीकी भाषा में इसे MIMO यानी मल्टीपल इनपुट और मल्टीपल आउटपुट कहा जाता है।
MIMO एक वायरलेस तकनीक है जो एक ही समय में अधिक डेटा ट्रांसफर करने के लिए कई ट्रांसमीटरों और रिसीवरों का उपयोग करती है, जिसके परिणामस्वरूप नेटवर्क कवरेज, क्षमता में काफी वृद्धि होती है। 5G आमतौर पर इसे पूरा करने के लिए 32 से 64 MIMO एंटेना का उपयोग करता है। इस बड़ी संख्या और प्रभावी आकार MIMO एंटेना ने 'मैसिव MIMO' शब्द को जन्म दिया है। यह तकनीक सभी वर्तमान और भविष्य के वायरलेस नेटवर्क का आधार बन गई है। यह तकनीक भारत में जन्मे वैज्ञानिक आरोग्यस्वामी पॉलराज का आविष्कार है। पॉलराज स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (यूएस) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के एमेरिटस प्रोफेसर हैं।
अगस्त 2022 में भारत में 5G के लॉन्च के बाद से Airtel ने अपने नेटवर्क पर 65 मिलियन से अधिक 5G ग्राहकों को जोड़ा है। इसकी 5G प्लस सेवा मार्च 2024 के अंत तक पूरे देश को कवर करने की उम्मीद है। एरिक्सन के सीनियर उपाध्यक्ष और और भारत के प्रमुख नुनजियो मिर्टिलो ने कहा कि हम पूरे भारत में ग्राहकों को बेहतर 5जी अनुभव प्रदान करने में एयरटेल का समर्थन करने के लिए समर्पित हैं।
भारती एयरटेल के सीटीओ रणदीप सेखों ने कहा कि एरिक्सन एयरटेल का लंबे समय से साझेदार है और हम 12 एयरटेल सर्किलों में 100,000 5जी रेडियो तैनात करने के इस मील के पत्थर को हासिल करने में उनके साथ साझेदारी करके खुश हैं। हमारे नेटवर्क पर हमारे ग्राहक अब बिना किसी अतिरिक्त लागत के बेहद तेज, अनलिमिटेड 5जी डेटा का आनंद ले रहे हैं।
न्यू इंडिया अब्रॉड के साथ एक बातचीत में प्रोफेसर पॉलराज ने कहा कि भारतीय मोबाइल ऑपरेटर तेजी से एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग के साथ 5 जी मोबाइल वायरलेस बुनियादी ढांचे को रोल आउट कर रहे हैं। बहुत बड़े स्पेक्ट्रम आवंटन और मैसिव-एमआईएमओ जैसी उन्नत तकनीकों के साथ, भारत वर्तमान 4 जी नेटवर्क पर डेटा थ्रूपुट में लगभग 10 गुना सुधार हासिल करेगा। इससे देश के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर में और इजाफा होगा।
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