इलिनोइस शिकागो यूनिवर्सिटी (UIC) के इनोवेटिव डेटा+ AI प्रोग्राम की कमान भारतीय-अमेरिकी अमिता शेट्टी को सौंपी गई है। ये प्रोग्राम 2025-26 एकेडमिक इयर में लॉन्च किया जाएगा।
गूगल से एक मिलियन डॉलर का अनुदान प्राप्त इस प्रोग्राम के जरिए स्नातक छात्रों को डेटा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा। प्रोग्राम का उद्देश्य एथिकल रीजनिंग और प्रोफेशनल मेंटरशिप के जरिए छात्रों को मौजूदा तकनीकी दौर में रोजगार के लिए तैयार करना है।
टेक्नोलोजी एजुकेशन और जेंडर इक्विटी की पैरोकार अमिता शेट्टी फिलहाल यूआईसी के ब्रेक थ्रू टेक शिकागो पहल की निदेशक हैं। यह टेक फील्ड में लैंगिक समानता हासिल करने पर केंद्रित एक नेशनल प्रोग्राम है। शेट्टी के नेतृत्व में इस पहल ने महिलाओं और कम प्रतिनिधित्व वाले समूहों को टेक्नोलोजी में करियर बनाने में मदद की है।
शेट्टी ने कहा कि एआई ने इस वक्त इंडस्ट्री की सूरत बदल दी है और आने वाले समय में यह और बढ़ेगा। प्रतिभाओं की मदद से इसके जरिए समाज में सार्थक सामाजिक परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यूआईसी इस बदलाव के दौर में छात्रों को नेतृत्वकारी भूमिका के लिए तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
डेटा + एआई कार्यक्रम में उद्योग के नेताओं के सहयोग से विकसित एक मूलभूत पाठ्यक्रम शामिल होगा, इसके बाद सीखने के अवसरों पर हाथ होगा। कार्यक्रम के लिए शेट्टी का दृष्टिकोण एआई-संचालित दुनिया में पनपने के लिए विविध पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए पहुंच बढ़ाने पर केंद्रित है।
यूआईसी की चांसलर मैरी लिन मिरांडा ने अमिता शेट्टी की विशेषज्ञता और क्षमताओं की तारीफ करते हुए कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डेटा साइंस की क्रांति हमें यूआईसी को छात्रों को अत्याधुनिक कौशल प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login