भारतीय अमेरिकी अंकुर श्रीवास्तव को मैरीलैंड यूनिवर्सिटी (यूएमडी) के सेमीकंडक्टर इनिशिएटिव्स एंड इनोवेशन प्रोग्राम का पहला निदेशक नियुक्त किया गया है। इसे चिप्स एंड साइंस एक्ट के अनुरूप अनुसंधान एवं साझेदारी में अगुआ बनने के विश्वविद्यालय के प्रयासों का हिस्सा बताया जा रहा है।
अंकुर श्रीवास्तव फिलहाल यूएमडी के इंस्टीट्यूट फॉर सिस्टम रिसर्च (आईएसआर) के निदेशक हैं। वह नई जिम्मेदारी संभालने के लिए 1 जनवरी को यह पद छोड़ेंगे। श्रीवास्तव के नेतृत्व में यूएमडी ने नेशनल सेमीकंडक्टर रिसर्च में अपनी भूमिका मजबूत की है।
2024 में उन्होंने मिडवेस्ट माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक कंसोर्टियम (MMEC) के साथ एक समझौता किया था जिसका फोकस एज माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक, 5G/6G कम्युनिकेशन और AI सपोर्टिव माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक को सुरक्षित बनाना है।
वह नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन के साथ साझेदारी में सिक्योर्ड एज प्रोजेक्ट: वैलिडेटेड जीपीयू आधारित सिक्योर प्रोसेसिंग मॉड्यूल का सह नेतृत्व भी करते हैं। MMEC द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य महत्वपूर्ण AI हार्डवेयर सिस्टम के लिए अगली पीढ़ी के GPU को सुरक्षित बनाना है। अन्य सहयोगियों में NHanced सेमीकंडक्टर्स, बैटल और NVIDIA शामिल हैं।
यूएमडी के सेमीकंडक्टर रिसर्च के लिए श्रीवास्तव ने चिप्स एक्ट के तहत 31 मिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग हासिल करने में भी भूमिका निभाई है। उनके योगदान की बदौलत यूएमडी अब कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय, एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी और NVIDIA और अन्य प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में आगे हो गया है।
ए जेम्स क्लार्क स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डीन सैमुअल ग्राहम जूनियर ने श्रीवास्तव के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम आईएसआर निदेशक के रूप में हमारे स्कूल, विश्वविद्यालय और प्रोफेशन में अंकुर के योगदान की सराहना करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि यूनिवर्सिटी के सेमीकंडक्टर अभियान में भी उनकी इसी तरह की ऊर्जा और उत्साह देखने को मिलेगा।
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