विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका (VHPA) और हिंदू यूनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका (HUA) की ओर से भारत के अयोध्या स्थित राम मंदिर पर केंद्रित पहले वेबिनार का आयोजन किया गया। पांच वेबिनार की पहली कड़ी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) में उत्तर क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक रहे पद्मश्री के.के. मुहम्मद ने पुरातात्विक खोज पर चर्चा की।
पांच भागों की सीरीज में राम मंदिर की पुनर्स्थापना के 500 साल के संघर्ष का वर्णन किया जाएगा। Image : NIA
श्री मुहम्मद ने पुरानी बाबरी मस्जिद स्थल के नीचे खुदाई के इतिहास के साथ-साथ कई अन्य स्थलों पर खुदाई से जुड़ी अहम बातें कीं। इसके साथ ही उन स्थलों के बारे में बातचीत की जहां हिंदू पूजा स्थलों के अवशेषों के ऊपर इस्लामी संरचनाएं बनाई गई हैं।
वेबिनार में दुनिया भर के लोगों ने दिलचस्पी दिखाई। लाइव वेबिनार के दौरान दर्शकों में करीब 250 लोग थे, लगभग इतने ही लोग इसे यूट्यूब पर देख रहे थे। वेबिनार में उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, यूरोप, भारत, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य स्थानों से भागीदारी रही। वेबिनार का त्रिनिदाद और टोबैगो में टीवी नेटवर्क पर भी सीधा प्रसारण किया गया। दक्षिणी गोलार्ध से बहुत से लोग शामिल होना चाहते थे लेकिन समय के अभाव के चलते ऐसा न हो सका। विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया से।
केके की वार्ता अत्यधिक ज्ञानवर्धक थी। उनकी टीम को मिली कई कलाकृतियां दर्शकों के लिए नई थीं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह रही कि इरफान हबीब और उनके करीबी लोगों जैसे निहित स्वार्थों के क्रूर हमलों के खिलाफ डॉ. बी लाल के काम का समर्थन करने पर केके के सैद्धांतिक रुख की वेबिनार में शामिल लोगों ने काफी सराहना की। लोगों को श्री मुहम्मद के हिंदू परंपराओं, धर्म ग्रंथों और संस्कृत के धाराप्रवाह श्लोक बोलने की कला और ज्ञान पर सुखद हैरानी हुई।
उल्लेखनीय है कि पांच भागों की इस सीरीज में राम मंदिर की पुनर्स्थापना के 500 साल के संघर्ष का वर्णन किया जाएगा। साथ ही मंदिर के पुनर्निर्माण के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, कानूनी और सामाजिक आयामों पर भी रोशनी डाली जाएगी।
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