एशियाई अमेरिकी रिपब्लिकन गठबंधन (एएआरसी) ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है। यह घोषणा एएआरसी के संस्थापक और अध्यक्ष हेमंत भट्ट ने हाल ही में आईटीवी गोल्ड ऑडिटोरियम, एडिसन, न्यू जर्सी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की। इस अवसर पर एएआरसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीधर चिल्लारा और एएआरसी के राष्ट्रीय सलाहकार और पारिख वर्ल्डवाइड मीडिया के चेयरमैन डॉ. सुधीर पारिख उपस्थित थे।
भट्ट ने कहा कि वर्तमान में अमेरिका की स्थिति चार साल पहले से अलग है। यानी ट्रम्प प्रशासन से अलग। बढ़ती मुद्रास्फीति, जीवन यापन की बढ़ती लागत, सार्वजनिक सुरक्षा की कमी और सीमा संकट का हवाला देते हुए भट्ट ने समुदाय को रिपब्लिकंस को फिर से सत्ता में लाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
भट्ट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने उत्तर कोरिया का दौरा किया। वह चीन से मुकाबला करने में सक्षम थे और अगर आज वह होते तो यूक्रेन-रूस युद्ध और हमास इजराइल युद्ध नहीं होता। जिस तरह से दुनिया आज जल रही है वैसा न होता। इन कारणों से एएआरसी ने 5 नवंबर, 2024 को राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
चिल्लारा ने एशियाई और भारतीय अमेरिकियों के वोटों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इसमें चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने की ताकत है। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन उम्मीदवारों को वोट देने के लिए समुदाय को रिपब्लिकन पार्टी की नीतियों और मूल्यों के बारे में जानना और आश्वस्त होना आवश्यक है।
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. पारिख ने रिपब्लिकन पार्टी के साथ अपने दशकों पुराने जुड़ाव को याद किया। विशेषकर 1992 के राष्ट्रपति जॉर्ज एच.डब्ल्यू. के प्रशासन के बाद से जब उन्होंने और कुछ भारतीय अमेरिकी रिपब्लिकंस ने अभियान के लिए 4 मिलियन डॉलर जुटाए थे।
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