प्रमुख वैक्सीन निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने यूके सरकार की नीतियों से खफा होकर चेतावनी दी है कि वह अपने मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट को अमेरिका या भारत में शिफ्ट कर सकती है, फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है।
एफटी के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका की यह चेतावनी ब्रिटेन की नई लेबर सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता में कटौती की योजना को लेकर गतिरोध के बाद आई है।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि ब्रिटिश वित्त मंत्री राहेल रीव्स कंपनी के वैक्सीन सेंटर के लिए सरकारी अनुदान कम करना चाहते हैं। इसे पिछली सरकार द्वारा किए गए लगभग 90 मिलियन पाउंड के वादे से घटाकर 40 मिलियन पाउंड करने की तैयारी है।
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछली सरकार ने लिवरपूल के स्पीक में फैसिलिटी सेंटर विकसित करने के लिए 70 मिलियन पाउंड तक का अनुदान देने का प्रस्ताव दिया था। इसके अलावा यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी से रिसर्च एंड डेवलपमेंट के लिए 20 मिलियन पाउंड देने का ऑफर था।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से अखबार ने दावा किया है कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की मैन्यूफैक्चरिंग भारत में हो सकती है जहां कंपनी ने पहले भी अपने टीकों का उत्पादन किया है।
एस्ट्राजेनेका के एक प्रवक्ता ने इस मसले पर सिर्फ इतना ही कहा है कि हम स्पीक में अवसर हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यूके सरकार के साथ इस पर रचनात्मक चर्चा कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने अमेरिका या भारत में मैन्यूफैक्चरिंग की खबरों पर ये भी कहा कि हमें नहीं पता कि मीडिया में ऐसी बातें कहां से आती हैं। वे तथ्यों पर आधारित नहीं लगती हैं। इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। वहीं यूके ट्रेजरी के प्रवक्ता ने कहा कि हम लिवरपूल के स्पीक में इस निवेश के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ सकारात्मक बातचीत कर रहे हैं।
बता दें कि पूर्व ऋषि सुनक सरकार ने मार्च में टीकों के अनुसंधान, विकास एवं निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एंग्लो स्वीडिश दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका में 650 मिलियन पाउंड के निवेश की योजना बनाई थी।
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