भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस देश-विदेश में धूमधाम से मनाया गया। देश का हर कोना जश्न-ए-आजादी में डूबा नजर आया। हर ओर देशभक्ति के तराने गूंजे और तिरंगे की फिजा में लिपटी रौनक दिखी। सबसे प्रमुख आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली के लाल किले से दिया गया 98 मिनट लंबा भाषण रहा, जिसमें उन्होंने देश को विकसित राष्ट्र बनाने और उन्नत भविष्य की महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की।
लाल किले पर 11वीं बार तिरंगा फहराने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में देश में बुनियादी ढांचे के विकास, शिक्षा एवं कौशल विकास सहित तमाम क्षेत्रों में अपनी सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की। उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल में ज्यादा से ज्यादा लक्ष्यों को हासिल करने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने कई पहलों का जिक्र किया, जिनका उद्देश्य नवाचार, आत्मनिर्भरता और सतत विकास के साथ भारत को कई क्षेत्रों में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना है।
उन्होंने देशवासियों से विकसित भारत के एजेंडे को पूरा करने की दिशा में काम करने का आग्रह करते हुए कहा कि अगर 40 करोड़ लोग स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए गुलामी की बेड़ियों को तोड़ सकते हैं तो जरा कल्पना करें कि 140 करोड़ लोगों के संकल्प से क्या कुछ हासिल किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री के भाषण के मुख्य अंश इस प्रकार हैं-
विकसित भारत
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत 2047, ये सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। मुझे खुशी है कि मेरे देश के करोड़ों नागरिकों ने विकसित भारत 2047 के लिए अनगिनत सुझाव दिए हैं। देशवासियों का ये भरोसा सिर्फ कोई इंटेलेक्चुअल डिबेट नहीं है, ये भरोसा अनुभव से निकला हुआ है।
वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट एक्सपोर्ट
पीएम ने कहा कि हमने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया। हर डिस्ट्रिक्ट अपनी पैदावर के लिए गर्व करने लगा है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का माहौल बना है। अब इसे वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट एक्सपोर्ट कैसे बनाया जाए, उस दिशा में सभी जिले सोचने लगे हैं। उन्होंने कहा कि देश गर्व करता है आज जब फिनटेक की सफलताओं को लेकर पूरा विश्व भारत से कुछ सीखना समझना चाहता है, तब हमारा गर्व और बढ़ जाता है।
रिफॉर्म्स
पीएम ने कहा कि मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं, रिफॉर्म्स के प्रति हमारी जो प्रतिबद्धता है, वो पिंक पेपर के एडिटोरियल के लिए सीमित नहीं है। रिफॉर्म्स का हमारा मार्ग एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लू प्रिंट बना हुआ है। हमने बैंकिंग सेक्टर को मजबूत करने के लिए अनेक रिफॉर्म किए। उसके कारण हमारे बैंकों ने विश्व के गिने चुने मजबूत बैंकों में अपनी जगह बनाई है। जब बैंक मजबूत होते हैं, तब फॉर्मल इकोनमी की ताकत भी बढ़ती है।
नेशन फर्स्ट
मोदी ने कहा कि हमारा एक ही संकल्प होता है नेशन फर्स्ट- राष्ट्रहित सबसे आगे। ये मेरा भारत महान बने, इसी संकल्प को लेकर हम कदम उठाते हैं। आज विश्वभर में भारत की साख बढ़ी है, भारत के प्रति देखने का नजरिया बदला है। आज विश्व में युवाओं के लिए संभावनाओं के द्वार खुले हैं। मैं कहना चाहूंगा कि यह भारत के लिए गोल्डन एरा है, यह हमारा स्वर्णिम कालखंड है।
मैन्यूफैक्चरिंग पावरहाउस
प्रधानमंत्री ने भारत को ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग पावरहाउस बनाने की परिकल्पना पेश की। उन्होंने देश के विशाल संसाधनों और कुशल वर्कफोर्स का लाभ उठाकर उसे औद्योगिक उत्पादन में अग्रणी बनाने का आह्वान किया। इनोवेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने 'डिजाइन इन इंडिया, डिजाइन फॉर द वर्ल्ड' की अवधारणा पेश की। उन्होंने देशवासियों से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करने वाले उत्पाद बनाने के लिए स्वदेशी डिजाइन क्षमताओं का लाभ उठाने की अपील की।
सेमीकंडक्टर हब
तकनीकी आत्मनिर्भरता को महत्वपूर्ण मुद्दा बताते हुए पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर उत्पादन में वैश्विक नेता बनने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने आयात पर निर्भरता घटाने और चिप निर्माण की क्षमता बढ़ाने का भी विजन पेश किया। उन्होंने कहा कि दुनिया का भविष्य सेमीकंडक्टर से जुड़ा है। आधुनिक टेक्नोलोजी जुड़ी हुई है, AI जुड़ा हुआ है। हमने सेमीकंडक्टर मिशन शुरू किया है। हर उपकरण में मेड इन इंडिया चिप हो, ये सपना मेरे देश के नौजवान देख रहे हैं।
सतत विकास
प्रधानमंत्री ने 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता हासिल करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखते हुए नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक नेता बनने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने गर्व से कहा कि मैं लालकिले की प्राचीर से मेरे देशवासियों की ताकत दुनिया को बताना चाहता हूं। जी-20 देश के समूह जो नहीं कर पाए वो हिन्दुस्तान ने करके दिखाया है। पेरिस समझौते के अंदर जो टारगेट हमने तय किए थे, उन टारगेट को समय से पहले पूरा करने वाला जी-20 देशों के समूह में अगर कोई है तो एकमात्र मेरा हिन्दस्तान है, एकमात्र मेरा भारत है।
ग्लोबल एजुकेशन हब
भारत की समृद्ध शैक्षिक विरासत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने भारत को वैश्विक शिक्षा के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने के लक्ष्य दोहराया और प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया। बता दें कि इस वर्ष की शुरुआत में नालंदा विश्वविद्यालय के नए स्वरूप का उद्घाटन किया जा चुका है। इस पहल का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर उच्च शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
राजनीति में युवा
पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवाओं का इरादा अब धीरे-धीरे चलने का नहीं है। युवा अब छलांग मारकर सिद्धियों को हासिल करना चाहते हैं। यह भारत का गोल्डन एरा है, स्वर्णिम कालखंड है। हमें यह मौका हाथ से जाने नहीं देना है। उन्होंने कहा कि आज देश आकांक्षाओं से भरा हुआ है। हमारे देश का नौजवान नई सिद्धियों को चूमना चाहता है। नए-नए शिखरों पर वो कदम रखना चाहता है। और इसलिए हमारी कोशिश है हर सेक्टर में कार्य को हम गति दें, तेज गति दें और उसके द्वारा पहले हम हर सेक्टर में नए अवसर पैदा करें।
2036 ओलंपिक भारत में
पीएम ने कहा कि आज हमारे साथ इस तिरंगे के नीचे वो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं देश के सभी एथलीट्स को, सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं। भारत में आतिथ्य का का सामर्थ्य सबसे ज्यादा है। यह सिद्ध हो चुका है। हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक होगा, वो मेरे हिंदुस्तान की धरती पर हो। हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं।
बांग्लादेश पर
पीएम ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते चिंता होना, मैं इसको समझ सकता हूं। मैं आशा करता हूं कि वहां पर हालात जल्द ही सामान्य होंगे। खासकर के 140 करोड़ देशवासियों की चिंता कि वहां हिंदू, वहां के अल्पसंख्यक, उस समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें।
समान नागरिक संहिता
मोदी ने कहा कि देश की मांग है कि अब देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो। हमने कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताएं हैं। अब हमें धर्मनिरपेक्ष सिविल कोड की तरफ जाना होगा। तब जाकर के देश में धर्म के आधार पर जो भेदभाव हो रहे हैं, सामान्य नागरिकों को जो दूरी महसूस होती है, उससे हमें मुक्ति मिलेगी।
परिवारवाद
उन्होंने कहा कि मैं देश में एक चिंता के बारे में हमेशा कहता हूं परिवारवाद, जातिवाद भारत के लोकतंत्र को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है। देश को, राजनीति को हमें परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति दिलानी होगी। हम जल्द से जल्द देश में राजनीतिक जीवन में, शुरूआत में जनप्रतिनिधि के रूप में एक लाख ऐसे नौजवानों को आगे लाना चाहते हैं जिनके परिवार में किसी का भी कोई राजनीतिक बैकग्राउंड न हो।
वन नेशन वन इलेक्शन
पीएम मोदी ने कहा कि बार-बार चुनाव इस देश की प्रगति में रुकावट बन रहे हैं, गतिरोध पैदा कर रहे हैं। आज किसी भी योजना को चुनाव के साथ जोड़ देना आसान हो गया है। ऐसे में वन नेशन वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा। हर काम को चुनाव के रंग से रंग दिया गया है। इस पर देश में व्यापक चर्चा हुई है। सभी राजनीति दलों ने अपने विचार रखे हैं। एक कमिटी ने बहुत बढ़िया अपना रिपोर्ट तैयार किया है।
तीसरी बड़ी इकोनमी
उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि मेरे तीसरे टर्म में देश दुनिया की तीसरी सबसे इकोनमी तो बनेगा ही, लेकिन मैं तीन गुना काम करूंगा। मैं देशवासियों को आह्वान करता हूं, हमारे पूर्वजों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को हम संकल्प बनाएं, अपने सपनों को जोड़ें, अपने पुरुषार्थ को जोड़ें और 21वीं सदी जो भारत की सदी है, उस सदी में स्वर्णिम भारत बना कर रहें।
(इनपुट पीआईबी)
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