ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल की महिला की मौत के मामले में वहां के विदेश मामलों के सहायक मंत्री टिम वॉट्स ने शोक जताया है। टिम वॉट्स में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले को फोन करके शोक संदेश दिया। बागले ने सांसद से आग्रह किया कि वे महिला के शव को वापस भारत भिजवाने में सहयोग करें।
महिला का नाम चैतन्या मधागनी था। वह मूल रूप से हैदराबाद की रहने वाली थीं। 9 मार्च को उनके पति राज वरिकुप्पाला ने कथित रूप से उनका गला घोंटकर हत्या कर दी थी। महिला का शव मेलबर्न के पॉइंट कुक एरिया में सड़क के किनारे बिन में मिला था। मधागनी अपने पति और साढ़े चार साल के बेटे के साथ मेलबर्न में रहती थीं।
इस घटना को लेकर एमपी टिम वॉट्स ने शुक्रवार को भारतीय उच्चायुक्त को फोन किया। उच्चायुक्त कार्यालय की तरफ से एक्स पर दी गई जानकारी में बताया गया कि मंत्री टिम वॉट्स ने उच्चायुक्त को फोन करके भारतीय मूल की महिला की असमय मौत की दुखद घटना पर शोक जताया। मंत्री ने महिला के परिजनों तक उनका शोक संदेश पहुंचाने का भी आग्रह किया।
इस दौरान भारतीय उच्चायुक्त ने मंत्री को बताया कि महिला के परिजन उनकी डेडबॉडी को जल्द से जल्द भारत वापस ले जाना चाहते हैं। भारतीय मिशन और वाणिज्य दूतावास इसे लेकर संबंधित अधिकारियों और भारतीय विदेश मंत्रालय के संपर्क में है। उन्होंने मंत्री टिम वॉट्स से भी आग्रह किया कि वे अपने स्तर पर इस मामले में कार्यवाही करें।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में मधागनी की हत्या करने के बाद उनका पति राज वापस हैदराबाद आ गया था और यहां आकर उसने मधागनी के परिवार के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। उसने अपने बेटे को मधागनी के परिजनों को सौंपते हुए कहा था कि वह वापस ऑस्ट्रेलिया जा रहा है और वहां पर पुलिस के सामने सरेंडर कर देगा। उसके बाद से राज का कुछ अता पता नहीं है।
मधागनी की बहन जो कि ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में रहती हैं, उन्होंने पुलिस से संपर्क करके पूरी जानकारी दी थी। पुलिस ने उन्हें मधागनी का शव मिलने के बारे में बताया था। राज ने अपनी ही पत्नी की गला घोंटकर हत्या क्यों की, इसका कारण अभी तक पता नहीं चला है। मधागनी के पिता ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 12 साल पहले हुई थी। उसके अपने पति से रिश्ते में किसी तरह की अनबन के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
मधागनी के दोस्तों ने उनके अंतिम संस्कार में मदद करने के लिए गोफंडमी पर एक अभियान शुरू किया है। उन्होंने संदेश में लिखा है कि इस अभियान से इकट्ठा धन का उपयोग मधागनी के शव को भारत वापस लाने और उनके बच्चे की परवरिश में किया जाएगा। इस अभियान के तहत अब तक 548 लोगों की मदद से 13,870 अमेरिकी डॉलर जुटाए जा चुके हैं।
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