बीती 27 जुलाई को फ़्रेमोंट, कैलिफ़ोर्निया में 85 से अधिक लोग एकत्र हुए और उन्होंने उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में आतंकी हमले में मारे गये हिंदू तीर्थयात्रियों को याद करते हुए श्रद्दांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम में भारत के जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर के पास जून महीने में एक आतंकवादी हमले में मारे गए 9 हिंदू तीर्थयात्रियों और 41 घायल लोगों के जीवन का सम्मान किया गया।
सभा में शामिल लोगों ने कैलिफोर्निया राज्य से राज्य में मंदिरों की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करने का भी आह्वान किया, जहां पिछले वर्षों में हिंदू-विरोधी बर्बरता की कई घटनाएं देखी गई हैं।
मार्मिक सभा में कई लोग मां वैष्णोदेवी के प्रतीक के रूप में लाल कपड़े पहने हुए थे और एक वेदी पर मृतकों की तस्वीरें लगी थीं। सभा की शुरुआत हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) कैलिफोर्निया की क्षेत्रीय निदेशक संगीता शंकर के भाषण के साथ शुरू हुई।
हिंदू तीर्थयात्रियों पर इस्लामी आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए शंकर ने कैलिफोर्निया के मंदिरों और हिंदू समुदायों पर हमलों में दुर्भाग्यपूर्ण वृद्धि के मद्देनजर वैश्विक हिंदू भाइयों के लिए अपनी आवाज उठाने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं चाहे रियासी में हो या हमारे अपने क्षेत्र में... हमे आवाज उठानी चाहिए।
HAF कम्युनिटी आउटरीच निदेशक राम्या रामकृष्णन ने अधिक सामुदायिक सहभागिता और वकालत की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए इस बात का ध्यान दिलाया कि कैसे जटिल भू-राजनीति रोजमर्रा के लोगों के लिए पीड़ा पैदा कर सकती है।
रैली का समर्थन करने वाले अन्य बे एरिया सामुदायिक संगठनों में अमेरिकन 4 हिंदू, अमेरिकन यहूदी समिति, बे एरिया यहूदी गठबंधन, चिंगारी, CoHNA, हिंदू स्वयंसेवक संघ, इंडो-अमेरिकन कम्युनिटी फेडरेशन और स्टैंड विद अस शामिल थे।
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