राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के पूर्व उप निदेशक भरत राममूर्ति आर्थिक रणनीति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में इकॉनॉमिक लिबर्टीज प्रोजेक्ट में शामिल हो गए हैं। यह प्रोजेक्ट आर्थिक स्वतंत्रता, निष्पक्ष वाणिज्य और एक सुरक्षित व समावेशी लोकतंत्र को आगे बढ़ाने के लिए काम करता है।
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इकॉनॉमिक लिबर्टीज ने भरत की नियुक्ति की घोषणा करते हुए कहा कि अपने पूरे करियर में राममूर्ति आर्थिक न्याय के मुखर समर्थक रहे हैं और उन्होंने अधिक प्रतिस्पर्धी और न्यायसंगत आर्थिक प्रणाली बनाने के उद्देश्य से विधायी प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अमेरिकन इकॉनॉमिक लिबर्टीज प्रोजेक्ट के अंतरिम कार्यकारी निदेशक फैज शाकिर ने कहा कि भरत बाइडन प्रशासन के प्रतिस्पर्धा एजेंडे के प्रमुख रचनाकारों में से एक हैं। बाइ़डन प्रशासन में रहते भरत ने अर्थव्यवस्था में कॉर्पोरेट एकाग्रता से निपटने के लिए राष्ट्रपति के संपूर्ण-सरकारी दृष्टिकोण को चलाने में मदद की।
शाकिर ने कहा कि भरत को पता है कि मजबूत प्रतिस्पर्धा एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था की आधारशिला है। हम उनकी विशेषज्ञता का स्वागत करते हुए रोमांचित हैं और किसी ऐसे व्यक्ति को जोड़ने पर उत्साहित हैं जो समझता है कि बदलाव लाने के लिए सरकारी अधिकारियों को कैसे प्रेरित किया जाए।
नियुक्ति के बाद राममूर्ति ने कहा कि मैं एक ऐसे संगठन को सलाह देने में मदद करने को लेकर उत्साहित हूं जिसने हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक नीति मुद्दों में से एक से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यानी बढ़ती कॉर्पोरेट एकाग्रता और हमारी अर्थव्यवस्था में कीमतों, मजदूरी और नवाचार पर इसका प्रभाव।
भरत ने कहा कि व्हाइट हाउस में मेरे कार्यकाल के दौरान बाइडन प्रशासन ने उद्योगों में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए काफी काम किया और मैं उस काम को आगे बढ़ाने की कोशिश करने के लिए रोमांचित हूं। राममूर्ति ने पहले व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय आर्थिक परिषद में काम किया है। वहां उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ जनवरी 2021 से अगस्त 2023 तक उप निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
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