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पेंसिल्वेनिया से इतिहास रचने के लिए चुनावी मैदान में उतरीं भाविनी पटेल

गुजरात की रहने वाली सिंगल भारतीय आप्रवासी मां की बेटी भाविनी पटेल अपने परिवार में पहली ऐसी लड़की हैं, जिसने विश्वविद्यालय की शिक्षा हासिल की है। अब वह कांग्रेस का चुनाव लड़ रही हैं।

29 वर्षीय भाविनी पटेल पेंसिल्वेनिया के 12वें जिला से कांग्रेस की रेस में हैं। / image: Patelforpa.com

भारतीय मूल की अमेरिकी भाविनी पटेल डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से पेंसिल्वेनिया के 12वें जिले से कांग्रेस के लिए रेस में हैं। गुजरात की रहने वाली सिंगल भारतीय आप्रवासी मां की बेटी भाविनी अपने परिवार में पहली ऐसी लड़की हैं, जिसने विश्वविद्यालय की शिक्षा हासिल की है। 29 वर्षीय भाविनी पटेल ने एनआईए के साथ एक इंटरव्यू में आगामी योजनाओं और अपनी जड़ों को लेकर खुलकर बात की। 
 
भाविनी पटेल का कहना है कि उनकी मां ने सिंगल पैरेंट के रूप में छोटे-मोटे काम करके उनकी परवरिश की है। अब उनका कांग्रेस का महत्वपूर्ण चुनाव लड़ना संयुक्त राज्य अमेरिका की सुंदरता और इस देश द्वारा सभी को प्रदान किए जाने वाले अवसरों का उत्कृष्ट उदाहरण है। 

पटेल ने रचा इतिहास
भाविनी पटेल ने कहा कि एक भारतीय-अमेरिकी होकर कांग्रेस का चुनाव लड़ना अपने आप में ऐतिहासिक बात है। कांग्रेस में एक ऐसा निकाय बनाने की क्षमता जो वास्तव में इस देश की विविधता को दर्शाती है, मुझे लगता है कि एक बहुत सुंदर चीज है। मुझे लगता है कि यह कानून बनाने का एक अवसर है जो इस देश की विविधता को दर्शाता है। अगर मैं कांग्रेस तक पहुंचने में कामयाब रही तो बहुत से लोग मेरी इस ऐतिहासिक उम्मीदवारी से उत्साहित होंगे।

भाविनी पटेल के कैंपेन को जिले के 32 निर्वाचित अधिकारियों ने अपना समर्थन दिया है। इनमें ब्रिजविले के मेयर बेट्टी कोपलैंड, मैककीसपोर्ट के मेयर माइकल चेरेप्को, काउंसिल के सदस्य रिचर्ड डेलापेन्ना, जिम बैरी और मैककीसपोर्ट के ब्रायन इवांस, मोनरोविले के मेयर निक ग्रीसॉक आदि शामिल हैं। 

चार साल से बाइडेन का समर्थन 

भाविनी का कहना है कि पश्चिमी पेंसिल्वेनिया में विविध लोगों की आबादी है और वह उनके अपने विचारों की परवाह किए बिना हर किसी का प्रतिनिधित्व करने में रुचि रखती हैं। हम सकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, देश का निर्माण कर रहे हैं, डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थन कर रहे हैं और राष्ट्रपति बाइडेन का सपोर्ट कर रहे हैं..।

पटेल मानती हैं कि इस साल के आखिर में होने वाला राष्ट्रपति चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प बनाम जो बाइडेन होने की पूरी संभावना है। ऐसे में बाइडेन को दिया गया एक एक वोट कीमती है और चरमपंथ के विरोध में आवाज उठाना है। बाइडेन की पैरवी करते हुए पटेल ने कहा कि पश्चिमी पेंसिल्वेनिया और देश के बाकी हिस्सों में कई चुनौतियां हैं लेकिन बाइडेन को वोट देने से इस देश को तरक्की की राह पर आगे ले जाने के लिए चार और साल मिल जाएंगे। 

अमेरिका में विविध नेताओं का महत्व

भाविनी पटेल ने एनआईए से कहा कि देश के लोकतंत्र की विविधता के लिए भारतीय-अमेरिकियों और अन्य समुदायों के लोगों का चुनकर आना महत्वपूर्ण है। पटेल ने अमेरिका-भारत संबंधों के बारे में भी बात की और कहा कि युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिहाज से यह बहुत महत्वपूर्ण हैं। 

उन्होंने कहा कि पश्चिमी पेंसिल्वेनिया में युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करने का एक बड़ा अवसर है। यहां पर लोगों को आने, रहने, छोटा मोटा कारोबार करने, नौकरी करने, इनोवेशन करने और क्लाइमेट जैसी चुनौतियों पर काम करने के लिए काफी कुछ है। 

बता दें कि पेंसिल्वेनिया में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के 17 पदों के लिए 5 नवंबर को चुनाव होने हैं। ये 17 पद राज्य के हर जिले से होंगे। इस चुनाव में भाविनी पटेल का मुकाबला प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी समर ली से है।
 

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