राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वे 'यकीन के साथ नहीं' कह सकते कि अगर डोनाल्ड ट्रम्प चुनाव हार जाते हैं तो वे शांतिपूर्वक उसे स्वीकार कर लेंगे। वहीं डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस ने चेतावनी दी है कि ट्रम्प की जीत से एक अराजक प्रशासन की शुरुआत होगी और साथ ही अमेरिकियों की स्वतंत्रता पर अंकुश का दौर आरंभ हो जाएगा।
ट्रम्प पर 2020 के चुनाव में धोखाधड़ी करने के विभिन्न कथित प्रयासों के लिए दो बार महाभियोग लगाया गया और दो बार अभियोग लगाया गया। इसे उन्होंने अब भी स्वीकार नहीं किया है कि वे हार गए हैं। 2016 में मतदाताओं को धोखा देने के लिए एक हश मनी योजना के सिलसिले में उनको गुंडागर्दी के कई मामलों दोषी ठहराया गया था।
2020 में व्यापक धोखाधड़ी के उनके झूठे दावों से पहले यूएस कैपिटल पर धावा बोला गया था और उनकी हार के प्रमाणीकरण को रोकने के लिए एक हिंसक भीड़ द्वारा 100 से अधिक पुलिस अधिकारियों को घायल कर दिया गया था।
बाइडेन ने कहा कि अगर ट्रंप हारते हैं तो मुझे बिल्कुल भी भरोसा नहीं है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण होगा। बाइडेन से पूछा गया था कि क्या उन्हें 2025 में सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होने की उम्मीद है। बाइडेन ने कहा- वह जो कहते हैं, उसका मतलब होता है। हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। इस संदर्भ में बाइडेन की पूरी बात 11 अगस्त को पूरी तरह से प्रसारित होगी। हैरिस इस तरह के खतरे की आशंका पहले ही जता चुकी हैं।
विस्कॉन्सिन के ईओ क्लेयर में स्विंग राज्यों के दौरे पर लोगों को संबोधित करते हुए हैरिस ने पूर्व राष्ट्रपति के ही शब्दों का इस्तेमाल किया। हैरिस ने गुंडागर्दी के मामलों में ट्रम्प की दोषसिद्धि का भी हवाला दिया और कहा कि ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल अमेरिका के लिए एक आपदा होगी।
हैरिस ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जो यह कहता है कि हमें संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान को समाप्त कर देना चाहिए, उसे फिर से इस देश का राष्ट्रपति नहीं बनाना चाहिए। हैरिस ने अमेरिकियों को ट्रम्पवाद की 'अराजकता, भय और घृणा' को अस्वीकार करने आह्वान किया।
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