सांस्कृतिक समावेशिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, नेवाडा विधानसभा में दिवाली, ईद अल-फित्र, बैसाखी और विसाक को आधिकारिक मान्यता देने के लिए एक विधेयक पेश किया गया। भारतीय-अमेरिकी असेंबली सदस्य रूबेन डी’सिल्वा ने इस विधेयक (AB82) सदन के पटल पर रखा।
समावेशी बनाने की पहल
पूर्वी और उत्तरी लास वेगास का प्रतिनिधित्व करने वाले डी’सिल्वा ने सोशल मीडिया पर इस विधेयक की जानकारी देते हुए लिखा, "यह एक मजबूत सामुदायिक समर्थन और एक ऐतिहासिक कदम है! NV असेंबली बिल 82 नेवादा में दिवाली, ईद अल-फित्र, बैसाखी और विसाक को आधिकारिक अवलोकन दिवस के रूप में मान्यता देगा। इन परंपराओं को मानने वाले दुनिया भर में अरबों की संख्या में हैं और नेवादा में इनकी जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। इन महत्वपूर्ण उत्सवों को मान्यता देना नेवादा को और अधिक समावेशी और स्वागतयोग्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।"
हर साल गवर्नर जारी करेंगे आधिकारिक घोषणा
इस विधेयक के तहत, नेवादा के गवर्नर प्रत्येक वर्ष इन चार धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्वों को मान्यता देने के लिए आधिकारिक घोषणा करेंगे:
दिवाली दिवस – हिंदू कैलेंडर के अनुसार आठवें महीने के पंद्रहवें दिन मनाया जाएगा।
ईद अल-फित्र दिवस – इस्लामी कैलेंडर के अनुसार दसवें महीने के पहले दिन मनाया जाएगा।
बैसाखी दिवस – सिख कैलेंडर के अनुसार वैसाख माह के पहले दिन मनाया जाएगा।
विसाक दिवस – बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मई की पूर्णिमा को मनाया जाएगा।
गवर्नर की यह घोषणा मीडिया, शिक्षाविदों, व्यावसायिक और श्रमिक संगठनों, तथा सरकारी अधिकारियों को इन त्योहारों के सांस्कृतिक महत्व और हिंदू, मुस्लिम, सिख एवं बौद्ध समुदायों के योगदान को उजागर करने के लिए प्रेरित करेगी।
विधेयक को व्यापक समर्थन
यह विधेयक नेवादा संशोधित क़ानून (NRS) के अध्याय 236 में संशोधन करेगा और पारित होते ही तत्काल प्रभाव में आ जाएगा। इसे विभिन्न सामुदायिक संगठनों का व्यापक समर्थन प्राप्त हो रहा है।
यह विधेयक नेवादा में विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक समुदायों की पहचान को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
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