कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने कहा है कि राज्य धन के आवंटन पर तेजी से नज़र रख रहा है और अब अनुदान निधि में 76 मिलियन डॉलर के लिए आवेदन स्वीकार कर रहा है। इस फंडिंग का उद्देश्य उपासना स्थलों, मस्जिदों और अश्वेत तथा LGBTQ+ संगठनों सहित गैर-लाभकारी संस्थाओं के लिए सुरक्षा बढ़ाना है, जो घृणा-आधारित अपराधों के उच्च जोखिम में हैं।
मीडिया से साझा एक बयान में गवर्नर न्यूसम ने कहा कि किसी भी समुदाय के खिलाफ हमला हमारे पूरे राज्य और हमारे मूल्यों के खिलाफ हमला है। प्रत्येक कैलिफोर्नियावासी नफरत के डर के बिना पूजा करने, प्यार करने और सुरक्षित रूप से इकट्ठा होने का हकदार है। फंडिंग के इस नए दौर का उद्देश्य उच्च जोखिम वाले संगठनों को हिंसक हमलों और घृणा अपराधों से खुद को बचाने में मदद करना है।
बताया गया कि 2023 के आंकड़ों में यहूदी, मुस्लिम और LGBTQ+ समुदायों के प्रति लक्षित घृणा अपराधों में वृद्धि दर्शायी गई है। 2022 से समग्र घटनाओं में कमी के बावजूद अश्वेत विरोधी पूर्वाग्रह की घटनाएं सबसे आम बनी हुई हैं। मध्य पूर्व में संघर्षों से संबंधित हिंसा की बढ़ती आशंकाओं और देश भर में नफरत भरे हमलों में चिंताजनक वृद्धि के जवाब में गवर्नर न्यूसम ने अनुदान कार्यक्रम की फंडिंग को 35 प्रतिशत से बढ़ा दिया और गैर-लाभकारी संस्थाओं के लिए सुरक्षा बढ़ाने के लिए 20 मिलियन डॉलर जोड़ अतिरिक्त दिये हैं। 2015 में कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से राज्य ने 924 सामुदायिक समूहों को वित्त पोषण में 152,750,000 डॉलर आवंटित किए हैं।
हिंदू अमेरिकी समुदाय के लिए एक गैर-लाभकारी वकालत समूह हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) की कार्यकारी निदेशक सुहाग शुक्ला ने इस पहल की सराहना की लेकिन साथ ही इस वर्ग से हिंदू मंदिरों को बाहर रखने पर निराशा व्यक्त की।
सुहाग ने एक X पोस्ट में लिखा- गवर्नर ने पूजा स्थलों और धार्मिक गैर-लाभकारी संस्थाओं की रक्षा के लिए धन का विस्तार करके सही काम किया। इसमें हिंदू मंदिर भी शामिल हैं जो हमले का सबसे आम लक्ष्य रहे हैं। लेकिन आधिकारिक संदेश में हिंदू मंदिरों को छोड़ दिया गया, जिससे अनावश्यक भ्रम पैदा हुआ है।
To summarize: @GavinNewsom did the right thing to extend funding to protect places of worship & religious non-profits—including Hindu temples that have been the most common target for attack.
— Suhag A. Shukla (@SuhagAShukla) July 31, 2024
But official messaging omitted Hindu temples causing unnecessary confusion. https://t.co/F98QzJn7z2
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