कनाडा सरकार ने इस वर्ष के लिए वार्षिक छात्र प्रवेश संख्या को 35 प्रतिशत घटा दिया है। अनुमोदित छात्र संख्या 3.60 लाख थी। कनाडा ने वर्ष 2022 में 5.51 लाख नए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को प्रवेश दिया जिनमें से 2.26 लाख (41 प्रतिशत) भारतीय थे।
कनाडा सरकार का कहना है कि यह कटौती 'अस्थायी' है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार यह निर्णय दो साल तक के लिए है। सरकार का कहना है कि इस वर्ष के अंत में पुनर्मूल्यांकन के बाद 2025 में नए अध्ययन परमिट आवेदन स्वीकार किये जाएंगे।
इसके साथ ही सरकार का कहना है कि वर्तमान अध्ययन परमिट धारकों और अध्ययन परमिट नवीनीकरण पर इस फैसले का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मास्टर व डॉक्टरेट डिग्री और प्रारंभिक तथा माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने वालों को इस सीमा से बार रखा गया है।
कटौती के अलावा छात्र स्वतंत्र रूप से कॉलेज भी नहीं चुन सकेंगे। ओटावा ने क्षेत्रीय सीमाएं तय की हैं। सोमवार तक प्रत्येक अध्ययन परमिट आवेदन के लिए एक प्रांत या क्षेत्र से एक सत्यापन पत्र की भी आवश्यकता होगी जिससे 31 मार्च से पहले इस उद्देश्य के लिए एक प्रक्रिया स्थापित होने की उम्मीद है। अब तक ओन्टारियो और ब्रिटिश कोलंबिया छात्रों के पसंदीदा गंतव्य रहे हैं।
सरकारी बयान में कहा गया है कि सीमाओं को जनसंख्या के हिसाब से महत्व दिया गया है और इसके परिणामस्वरूप उन प्रांतों में बहुत अधिक कमी आएगी जहां अंतरराष्ट्रीय छात्रों की आबादी सर्वाधिक अस्थिर रही है।
सितंबर से उन अंतरराष्ट्रीय छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएशन वर्क परमिट नहीं दिया जाएगा जो एक अध्ययन कार्यक्रम शुरू करते हैं जो कि पाठ्यक्रम लाइसेंसिंग व्यवस्था का हिस्सा है। हालांकि अब मास्टर और अन्य लघु स्नातक स्तर के कार्यक्रमों के स्नातकों के लिए तीन साल के वर्क परमिट की अनुमति दी जाएगी।
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