कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने माना है कि इमिग्रेशन के मामले से निपटने में उनकी सरकार से गलतियां हुई हैं। उन्होंने 'बुरे लोगों' द्वारा देश के इमिग्रेशन सिस्टम की खामियों का फायदा उठाने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इन दिक्कतों से निपटने में उनकी सरकार ज्यादा तेजी से काम कर सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
पीएम ट्रूडो ने यह टिप्पणी हाल ही में यूट्यूब चैनल पर पोस्ट करीब सात मिनट के वीडियो में की है। इस वीडियो में उन्होंने कनाडा में स्थायी निवासियों की संख्या में कटौती और विदेशी प्रोफेशनल्स संबंधी नीतियों में बदलाव पर विस्तार से बात की है।
पीएम ट्रूडो वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि पिछले दो साल में हमारी देश की आबादी बहुत तेजी से बढ़ी है। फर्जी कॉलेज और बड़े कॉरपोरेशन जैसे बुरे तत्व अपने हित साधने के लिए हमारी आव्रजन प्रणाली का शोषण कर रहे हैं।
ट्रूडो ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद लेबर की काफी मांग थी। इसलिए हम और अधिक श्रमिकों को लेकर आए। उस समय यह सही विकल्प था। इसने अपना काम किया। हमारी अर्थव्यवस्था में वृद्धि हुई। रेस्तरां और स्टोर फिर से खुल गए। व्यवसाय चलने लगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बहुत से अर्थशास्त्रियों की भविष्यवाणियों के बावजूद हम मंदी की चपेट में आने से बच गए। लेकिन कुछ लोगों ने इसे सिस्टम में खेल करके लाभ कमाने के अवसर के रूप में देखा।
अंतरराष्ट्रीय छात्रों के शोषण के आरोपों पर ट्रूडो ने कुछ शैक्षणिक संस्थानों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बहुत से कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने अपने यहां दाखिले बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों का उपयोग किया। धोखाधड़ी की, नियमों का दुरुपयोग किया। कई संस्थान घरेलू छात्रों की तुलना में विदेशी छात्रों से काफी अधिक फीस लेते हैं। हमें इसे खत्म करने की आवश्यकता है।
गौरतलब है कि ट्रूडो सरकार ने नई आव्रजन योजना में 2025 से 2027 के बीच स्थायी निवासियों के लक्ष्य में 21 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। एडमिशन टारगेट को 5 लाख से घटाकर 3.95 लाख कर दिया गया है। इसके पीछे देश के सिस्टम और आबादी में संतुलन बनाने का तर्क दिया जा रहा है। ट्रूडो ने कहा कि इन सुधारों का उद्देश्य देश की आर्थिक वृद्धि को बनाए रखते हुए दुरुपयोग रोकना है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login