ADVERTISEMENTs

कोल इंडिया को प्रतिष्ठित ग्रीन वर्ल्ड पर्यावरण पुरस्कार, ग्रीन वर्ल्ड एम्बेसडर की उपाधि भी मिली

कोयला मंत्रालय के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड को सीएसआर श्रेणी (ईंधन, बिजली और ऊर्जा) में प्रतिष्ठित ग्रीन वर्ल्ड पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

कोल इंडिया लिमिटेड भारत सरकार के कोयला मंत्रालय का उपक्रम है। / X @CoalMinistry

कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) को प्रतिष्ठित ग्रीन वर्ल्ड एनवायरनमेंट अवार्ड और ग्रीन वर्ल्ड एम्बेसडर की उपाधि से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के निकाय सीआईएल को ग्रीन वर्ल्ड अवार्ड कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) श्रेणी में प्रदान किया गया है।

कोयला मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि सीआईएल को यह प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार सीएसआर यानी थैलेसीमिया बाल सेवा योजना के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए दिया गया है। इसके तहत स्टेम सेल प्रत्यारोपण जिसे बोन मैरो ट्रांसप्लांट के रूप में भी जाना जाता है, के जरिए 600 से अधिक थैलेसीमिया रोगियों का स्थायी उपचार करके उन्हें नया जीवन प्रदान किया गया।

कोल इंडिया लिमिटेड 2017 में देश भर में बीएमटी ऑपरेशन के माध्यम से थैलेसीमिया के उपचार की सीएसआर परियोजना शुरू करने वाला पहला सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। इस योजना के तहत सीआईएल बीएमटी के लिए 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करता है। अब तक देश भर के 17 प्रमुख अस्पतालों को थैलेसीमिया बाल सेवा योजना से जोड़ा जा चुका है।

सीआईएल के निदेशक (कार्मिक/आईआर) विनय रंजन ने लंदन के केंसिंग्टन पैलेस के द ऑरेंजरी में आयोजित समारोह में ग्रीन वर्ल्ड अवार्ड्स प्राप्त किया। यह पुरस्कार द ग्रीन ऑर्गनाइजेशन द्वारा दिया गया, जिसकी स्थापना 1994 में हुई थी। यह एक स्वतंत्र, गैर-राजनीतिक, गैर-लाभकारी पर्यावरण समूह है जो दुनिया में पर्यावरण संबंधी सर्वोत्तम विधियों और सीएसआर को मान्यता देने, पुरस्कृत करने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। 

विनय रंजन ने पुरस्कार प्राप्त करते हुए कहा कि यह पुरस्कार पर्यावरण की रक्षा करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में हम सभी को मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है। सीआईएल अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति सशक्त भूमिका निभाते हुए देश में सबसे अधिक खर्च करने वाली कंपनियों में से एक है। ऊर्जा प्रदाता के रूप में अपनी मुख्य भूमिका के अलावा वह देश के सामाजिक विकास में भी योगदान देती है।

बयान में बताया गया कि सीआईएल भारत के कुल कोयले का 80 प्रतिशत से अधिक उत्पादन करता है और देश में कुल कोयला आधारित बिजली उत्पादन में 70 प्रतिशत का योगदान देता है। कंपनी कुल बिजली उत्पादन में 55 प्रतिशत का योगदान देती है और देश की प्राथमिक वाणिज्यिक ऊर्जा जरूरतों का 40 प्रतिशत पूरा करती है।


 



Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related