कनाडा में उत्तरी अमेरिका के हिंदुओं के गठबंधन COHNA ने 'जाति' का इस्तेमाल करके भारतीयों और खासकर हिंदुओं को निशाना बनाए जाने की निंदा की है। संगठन ने कनाडा के सांसद डॉन डेविस की तरफ से पेश एक विधेयक पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही है। इस प्रस्ताव में कनाडा में जाति आधारित भेदभाव की पहचान करके उसे प्रतिबंधित करने के प्रयासों को बढ़ावा देने का प्रावधान है।
CoHNA ने एक्स पर पोस्ट एक बयान में कहा कि सांसद डेविस ने एम-128 प्रस्ताव पेश किया है। यह विधेयक मानवाधिकार कानूनों के नेकनीयत भरे प्रावधानों के खिलाफ है। यह लोगों के विशिष्ट समूह को उनके ओरिजिन के आधार पर चिह्नित करने और टारगेट करने को बढ़ावा देता है। CoHNA भारतीयों और खासकर हिंदुओं को टारगेट करने के लिए 'जाति' के इस्तेमाल से चिंतित है।
CoHNA ने 'जाति' शब्द की परिभाषा बताने के लिए डिक्शनरी दिखाते हुए कहा है कि सदियों के औपनिवेशिक प्रचार प्रसार की वजह से जाति एक तटस्थ शब्द नहीं रह गया है। देखें, प्रमुख शब्दकोश और सर्च इंजन इस शब्द को किस तरह परिभाषित करते हैं।
MP Davies, introduced motion M-128 today, a bill that misuses Human Rights's noble intent, to single out, profile, & target a specific group of people based on their origin. CoHNA has repeatedly raised concerns about the use of “caste” to target Indians & Hindus specifically. 1/n https://t.co/5fAUi73LQB pic.twitter.com/F0iTkRX0IC
— CoHNA Canada (@cohnacanada) June 15, 2024
संगठन ने आगे कहा कि कनाडा में रह रहे हिंदू जानते हैं कि इस कानूनों की वजह से उन्हें किस तरह निशाना बनाया जाएगा। कनाडाई मीडिया और यहां की स्कूली किताबों में भी छात्रों को अपनी जाति हिंदू धर्म बताने पर टारगेट किया जाता है।
CoHNA ने जाति के दुर्भावनापूर्ण इस्तेमाल के और उदाहरण देते हुए कहा कि हमने देखा है कि 2020 में कैलिफोर्निया राज्य की तरफ से सिस्को केस में भारतीयों और हिंदुओं को किस तरह टारगेट करने के लिए जाति का दुर्भावनापूर्ण इस्तेमाल किया गया था। सभी जानते हैं कि यह केस अब पूरी तरह से खारिज हो चुका है। इसके बावजूद सिस्को के बहाने से नए कानून पारित करने और नीतियां बनाने का प्रयास हो रहा है।
संगठन ने कहा कि कैलिफोर्निया के एसबी-403 विधेयक के जरिए अमेरिका में हिंदुओं और भारतीयों को प्रताड़ित करने के इसी तरह के प्रयास नाकाम साबित हुए हैं। हिंदूफोबिया की वजह से हो रहे हमलों से कनाडा में रहने वाले हिंदुओं में डर फैला हुआ है। ऐसे में सांसदों को अपनी नफरत विरोधी नीतियों में हिंदूफोबिया को भी शामिल करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि सांसद डॉन डेविस द्वारा पेश प्रस्ताव में प्रावधान है कि भेदभाव के प्रतिबंधित आधार के रूप में जाति को शामिल करने के लिए कनाडाई मानवाधिकार अधिनियम में संशोधन किया जाए।
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