अमेरिका में कॉलेज क्रिकेट के प्रमुख संगठन के रूप में कॉलेजिएट क्रिकेट लीग (सीसीएल) की आधिकारिक लॉन्चिंग हो गई है। इसका मकसद अमेरिका के हर कैंपस में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाना है।
यूएसए क्रिकेट और नेशनल क्रिकेट लीग (एनसीएल) के सपोर्ट से सीसीएल कॉलेजों के क्रिकेट क्लबों को एकजुट करने, छात्रों व एथलीटों को नए मौके मुहैया कराने और पेशेवर क्रिकेट का मार्ग प्रशस्त करेगा।
सीसीएल में 10 ओवर (60-गेंद) का फॉर्मेट होगा जिसमें 90 मिनट के मैच होंगे। पहला सीजन अगले साल स्प्रिंग में शुरू होगा। इसमें मिशिगन विश्वविद्यालय, यूसीएलए और जॉर्जटाउन जैसे शीर्ष विश्वविद्यालयों की टीमें शामिल होंगी। समापन सीसीएल नेशनल टूर्नामेंट के साथ होगा जिसमें 50,000 डॉलर का पुरस्कार और सीसीएल ट्रॉफी प्रदान की जाएगी।
यूएसए क्रिकेट के सीईओ जॉनाथन एटकीसन ने कहा कि क्रिकेट का रोमांच और कॉलेज में खेलों को लेकर अमेरिका का जुनून दोनों मिलकर एक बेहतरीन तालमेल बनाते हैं। सीसीएल के जरिए अमेरिका में क्रिकेट को नई ऊंचाइयां मिलेंगीं।
सीसीएल के साथ साझेदारी कर रहे एनसीएल के चेयरमैन अरुण अग्रवाल ने लीग के परिवर्तनकारी मिशन को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सिर्फ खेल खेलने का साधन नहीं है बल्कि यह एक ऐसा आंदोलन खड़ा करने का प्रयास है जो छात्रों, एथलीटों, विश्वविद्यालयों और दुनिया भर के प्रशंसकों को एक साथ लेकर आएगा।
एनसीएल के आयुक्त और आईसीसी के पूर्व सीईओ हारून लोर्गट ने कहा कि अमेरिका अब क्रिकेट को अपनाने के लिए तैयार है और सीसीएल इसे मजबूती देना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें भरोसा है कि अपने अनूठे फॉर्मेट की वजह से सीसीएल अमेरिका क्रिकेट को और आगे लेकर जाएगा।
अमेरिका में पहला ऑर्गनाइज्ड कॉलेजिएट क्रिकेट मैच 1864 से खेला गया था। हालांकि पिछली एक सदी में इसने अमेरिका में अपनी प्रमुखता खो दी है। सीसीएल का उद्देश्य आधुनिक नजरिए से क्रिकेट की उसकी खोई हुई प्रतिष्ठा फिर से दिलानी है।
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