हिंदूफोबिया का अस्तित्व नकारने वालों पर भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट कांग्रेसी श्री थानेदार एक बार फिर जमकर बरसे हैं। इसके साथ ही कांग्रेसी श्री थानेदार ने अपने अभूतपूर्व संकल्प, H.Res.1131 को फिर से रेखांकित किया है। यह संकल्प बढ़ते हिंदूफोबिया की निंदा करता है और हिंदू-विरोधी कट्टरता की चिंताजनक वृद्धि को लेकर सजग करता है। पिछले सप्ताह प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार अमेरिकी स्कूलों और कॉलेज परिसरों में हिंदू भेदभाव, घृणास्पद भाषण और हमलों का शिकार हो रहे हैं।
'सेलिब्रेटिंग हिंदू अमेरिकंस एंड कन्डेम्निंग हिंदूफोबिया' शीर्षक से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में थानेदार ने संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले भारतीय-अमेरिकियों के सामने आ रहे खतरों पर जोर दिया। जब उनसे यह पूछा गया कि इन धमकियों के पीछे कौन है तो कांग्रेसी ने कहा कि इस मामले में मैं कोई अंदाजा नहीं लगाना चाहता कि इनके पीछे कौन है या कौन नहीं है क्योंकि इस सवाल का उत्तर देना एफबीआई, स्थानीय अधिकारियों और न्याय विभाग का काम है।
#WATCH | Washington, DC: Indian-American Congressman Shri Thanedar says, " We have seen lots of attacks happening on Hindu temples across US...it is time for us to seek support...Hindu communities are in fear...local law enforcement hasn't taken enough action, not seen any… pic.twitter.com/xr82hnaAQ1
— ANI (@ANI) April 15, 2024
श्री थानेदार ने कहा कि सरकार में ऐसी स्थिति है कि कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। आपको क्या लगता है कि एफबीआई और अन्य सरकारें क्यों... और हम यही पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इसीलिए हमने मिलने के लिए कहा और हम यह जानना चाहते हैं कि आखिर यह मुद्दा उच्च प्राथमिकता में क्यों नहीं है?
भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट ने समुदाय को एक साथ खड़े होने और लड़ने के साथ अपनी राय व्यक्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जब श्री से यह पूछा गया कि क्या उन्हें इस प्रस्ताव पर डेमोक्रेट, रिपब्लिकन या यहां तक कि निर्दलीय लोगों से समर्थन मिलेगा तो उन्होंने कहा कि यह अमेरिकी मूल्य हैं। समानता एक अमेरिकी मूल्य है। नस्लीय न्याय एक अमेरिकी मूल्य है।
थानेदार ने कहा कि यह कोई हिंदू मुद्दा नहीं है। यह कोई भारतीय-अमेरिकी मुद्दा नहीं है। यह निष्पक्षता और समानता का मुद्दा है और यह एक अमेरिकी मुद्दा है। और मैं उम्मीद करता हूं कि मेरे सारे सहकर्मी इसका हिस्सा बनें।
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