अल्पमत वाली लिबरल सरकार को गिराने की पहले दो कोशिशों में नाकाम रहने के बाद मुख्य विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी ने हाउस ऑफ कॉमन्स के आखिरी हफ्ते में लगातार तीसरा 'नो-कॉन्फिडेंस मोशन' पेश कर दिया। हाउस ऑफ कॉमन्स अगले सप्ताह के अंत में अवकाश के लिए स्थगित रहेगा। पिछली कोशिशों में जस्टिन ट्रूडो की सरकार को गिराने और जल्दी चुनाव करवाने में नाकामी के बावजूद, कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर पियरे पोइलिव्रे ने गुरुवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में अपना प्रस्ताव पेश किया।
ये अविश्वास प्रस्ताव पिछली आलोचनाओं, खासकर एनडीपी नेता जगमीत सिंह के बयानों पर आधारित है, जो उन्होंने लिबरल्स के साथ सप्लाई एंड कॉन्फिडेंस एग्रीमेंट को फाड़ते वक्त दिए थे। हालांकि NDP नेता पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी पियरे पोइलिव्रे का खेल नहीं खेलेगी।
सितंबर और अक्टूबर में कंजर्वेटिव्स के पहले अविश्वास प्रस्ताव नाकाम हो गए थे। इस तीसरे प्रस्ताव में भी अल्पमत वाली लिबरल सरकार के बचने की उम्मीद है, क्योंकि एनडीपी नेता पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी पियरे पोइलिव्रे का खेल नहीं खेलेगी। नए साल में सत्ता में बने रहने के लिए लिबरल्स को हाउस ऑफ कॉमन्स में किसी दूसरी पार्टी - ब्लॉक क्यूबेकोइस या एनडीपी - के समर्थन की जरूरत है। इस अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग अगले हफ्ते होगी, जब हाउस ऑफ कॉमन्स सोमवार को फिर से बैठक करेगा।
गुरुवार दोपहर को प्रस्ताव पेश करते हुए, पियरे पोइलिव्रे ने कहा कि वे इसे 'गैर-पक्षपातपूर्ण भावना' से पेश कर रहे हैं। इस प्रस्ताव की भाषा उस बयान का जिक्र करती है जो एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने सितंबर में दिया था। तब उन्होंने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी लिबरल सरकार के साथ सप्लाई-एंड-कॉन्फिडेंस एग्रीमेंट से पीछे हट रही है।
पियरे पोइलिव्रे ने कहा, 'मैं आज बिना किसी दलगत, निष्पक्षता के भाव से खड़ा हुआ हूं। आइए हम अपने मतभेद भूल जाएं और अच्छे विचारों, अच्छे नजरिए को कहीं से भी आएं, अपना लें। यहां अक्सर हम दूसरे लोगों के विचारों या सुझावों को मानने से इनकार कर देते हैं। इसलिए मैंने सोचा कि मैं NDP के नेता के शब्दों और संदेश को कंजर्वेटिव मोशन में शामिल करके इस कमी को दूर करूंगा, ताकि हम सब उनके बड़े ही समझदार बातों के पक्ष में वोट कर सकें।'
प्रस्ताव की शुरुआत में लिखा है, 'जबकि NDP नेता ने कहा है कि, 'लिबरल बहुत कमजोर, स्वार्थी और कॉरपोरेट हितों के प्रति बहुत ज्यादा झुके हुए हैं। इसलिए, सदन NDP नेता से सहमत है और सदन घोषित करता है कि उसे प्रधानमंत्री और सरकार पर विश्वास नहीं रहा।' इस मोशन में सिंह की वो टिप्पणी भी शामिल है जिसमें उन्होंने अगस्त में रेलवे बंद को खत्म करने के लिए लिबरल सरकार द्वारा बाध्यकारी मध्यस्थता थोपने की आलोचना की थी।
अल्पमत में मौजूद लिबरल तीसरे अविश्वास प्रस्ताव से बच सकते हैं, क्योंकि NDP नेता पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी पियरे पोइलिव्रे का खेल नहीं खेलेगी। प्रस्ताव पेश करते हुए पियरे पोइलिव्रे ने कहा कि श्रम मंत्री स्टीवन मैकिनॉन द्वारा रेलवे कर्मचारियों पर बाध्यकारी मध्यस्थता थोपने का आदेश उनकी हड़ताल करने के अधिकार का उल्लंघन था। प्रस्ताव पेश होने के बाद हुई बहस में, मैकिनॉन ने पोइलिव्रे पर यूनियन विरोधी विधेयकों का समर्थन करने का आरोप लगाया।
चूंकि NDP नेता जगमीत सिंह बहस में मौजूद नहीं थे, इसलिए NDP सांसद मैथ्यू ग्रीन ने कामगारों के अधिकारों पर पोइलिव्रे के रुख की आलोचना की। उन्होंने पूछा, 'हमारे सामने जो ये सब दिखावा \हो रहा है... क्या इस सदस्य ने अपनी जिंदगी में कभी किसी पिकेट लाइन का दौरा किया है?' जिस पर पोइलिव्रे ने जवाब दिया: हां, अध्यक्ष महोदय।'
उधर, जगमीत सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह कंजर्वेटिव नेता पियरे पोइलिव्रे के खेल नहीं खेलेंगे। उन्होंने कहा कि वे अविश्वास में वोट नहीं करेंगे और चुनाव नहीं, बुलाएंगे क्योंकि उनका मानना है कि पियरे पोइलिव्रे उन कार्यक्रमों में कटौती करेंगे जिनके लिए NDP ने संघर्ष किया है, जैसे कि दंत चिकित्सा देखभाल और फार्मा देखभाल। सोमवार और मंगलवार को दो और कंजर्वेटिव प्रस्तावों पर सुनवाई होगी, जिन दोनों पर मंगलवार को मतदान होना तय है।
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