अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कैबिनेट में शामिल भारतवंशी नेता विवेक रामास्वामी को DOGE की जिम्मेदारी मिली है। कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने मैनहट्टन में रूजवेल्ट होटल को लेकर बड़ा बयान दिया है। ऐसी रिपोर्ट सामने आई है कि होटल का खर्चा चलाने के लिए न्यूयॉर्क शहर ने पाकिस्तान स्वामित्व वाली कंपनी 220 डॉलर (करीब 186 करोड़ रुपए) का भुगतान किया। रामास्वामी ने इसे पागलपन करार दिया है।
उद्यमी और लेखक जॉन लेफ़ेवरे ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में ऐसा दावा किया है कि न्यूयॉर्क शहर ने अवैध प्रवासियों को रखने के लिए मैनहट्टन में रूजवेल्ट होटल को किराए पर देने के लिए $220 मिलियन का भुगतान किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि होटल चलाने वाली पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस है, जिसका स्वामित्व पाकिस्तान की शहबाज शरीफ के हाथों में हैं।
मामला क्या है
होटल का स्वामित्व पाकिस्तान सरकार के पास है और यह सौदा पाकिस्तान को अपने अंतरराष्ट्रीय ऋण पर डिफ़ॉल्ट से बचने में मदद करने के लिए $ 1.1 बिलियन आईएमएफ बेलआउट पैकेज का हिस्सा था। इस सौदे से पहले होटल 2020 से बंद था, लंबे समय से अधिभोग की समस्या से जूझ रहा था और इसे नवीनीकरण की सख्त जरूरत थी। यह होटल अवैध प्रवासियों के रहने का स्थान है।
रामास्वामी ने कहा- यह पागलपन है
विवेक रामास्वामी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर कहा, "अवैध प्रवासियों के लिए करदाताओं द्वारा वित्त पोषित होटल का स्वामित्व पाकिस्तानी सरकार के पास है, जिसका अर्थ है कि NYC करदाता हमारे देश में अवैध लोगों को रखने के लिए विदेशी सरकार को प्रभावी रूप से भुगतान कर रहे हैं। यह पागलपन है।"
गौरतलब है कि ट्रम्प ने पिछले महीने टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारतवंशी विवेक रामास्वामी को DOGE की जिम्मेदारी दी है। यह ऐसा विभाग है, जिसका काम अमेरिकी सरकार के खर्चों को कम करना और भ्रष्टाचार को रोकना है।
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