कॉर्नेल इंजीनियरिंग (Cornell Engineering) ने 2024 के फॉल फैकल्टी रिसेप्शन में एकेडमिक उत्कृष्टता का जश्न मनाया। समारोह में दो भारतीय-अमेरिकी फैकल्टी सदस्यों विक्रम कृष्णमूर्ति और श्रीराम्या नायर को सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय की तरफ से जारी एक बयान में बताया गया है कि स्कूल ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग में प्रोफेसर विक्रम कृष्णमूर्ति को एक प्रभावी, समर्पित और प्रेरणादायक प्रशिक्षक होने के साथ अपने साथियों के लिए एक उदाहरण स्थापित करने के लिए सम्मानित किया गया है।
कृष्णमूर्ति के रिसर्च में स्टेटिस्टिकल सिग्नल प्रोसेसिंग, स्टोकेस्टिक ऑप्टिमाइजेशन और इन्वर्स रिइन्फोर्समेंट लर्निंग जैसे विषय शामिल हैं। इनका इस्तेमाल सोशल नेटवर्क, रडार सिस्टम और ब्लॉकचेन तकनीक जैसे क्षेत्रों में किया जाता है।
अपने क्षेत्र में प्रतिष्ठित शख्सियत कृष्णमूर्ति को 2004 में IEEE का फेलो चुना गया। उन्होंने नेतृत्व भूमिकाएं निभाई हैं, जिसमें IEEE जर्नल ऑन सिलेक्टेड टॉपिक्स इन सिग्नल प्रोसेसिंग के एडिटर-इन-चीफ के रूप में सेवा करना शामिल है। उन्होंने ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय में कनाडा रिसर्च चेयर के रूप में भी काम किया है।
कृष्णमूर्ति मूल रूप से भारत के बैंगलोर से हैं। उन्होंने ऑकलैंड विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.एस. और ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। उन्हें स्वीडन के रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (KTH) से मानद डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है।
श्रीराम्या नायर सिविल एंड एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग स्कूल में सहायक प्रोफेसर हैं। उन्हें उनके आकर्षक व्याख्यान और नए अवधारणाओं के विचारोत्तेजक प्रस्तुति के लिए सम्मानित किया गया है।विश्वविद्यालय के अनुसार, नायर के व्याख्यान ने उनके छात्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।
2023 में नायर को नेशनल एकेडमीज ऑफ साइंसेज, इंजीनियरिंग और मेडिसिन के गल्फ रिसर्च प्रोग्राम का अर्ली-कैरियर रिसर्च फेलो नॉमिनेट किया गया था। उन्होंने ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में पीएचडी, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्राप्त की है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login