आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने डलास के 14 वर्षीय इनोवेटर सिद्धार्थ नंद्याला की हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी में क्रांतिकारी खोज के लिए सराहना की है।
सिद्धार्थ को दुनिया का सबसे युवा सर्टिफाइड एआई प्रोफेशनल माना जाता है। उन्होंने सर्केडियन एआई नामक एक ऐप बनाया है जो स्मार्टफोन के जरिए हार्ट साउंड रिकॉर्डिंग करके सेकंडों में संभावित हृदय रोगों की पहचान कर सकता है।
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चंद्रबाबू नायडू ने इस युवा इनोवेटर की सोशल मीडिया पर तारीफ करते हुए लिखा कि 14 साल के इस लड़के ने दिल से जुड़ी समस्याओं का पता लगाना और आसान बना दिया है। एआई के उपयोग से सिद्धार्थ का लोगों की सेहत सुधारने में योगदान प्रशंसनीय है।
नायडू ने आगे कहा कि सिद्धार्थ की असाधारण प्रतिभा और मानवता की भलाई के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने का जुनून मुझे बहुत प्रभावित करता है। इतनी कम उम्र में वह हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। मैं हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी के प्रति उनके जुनून को समर्थन देने का आश्वासन देता हूं।
नायडू ने पोस्ट में यह भी बताया कि इस ऐप के ज़रिए अमेरिका में 15 हजार से अधिक टेस्ट और भारत में 700 से ज्यादा मरीजों का मूल्यांकन किया गया है। आंध्र प्रदेश के गुंटूर सरकारी अस्पताल में यह ऐप 96% से अधिक सटीकता के साथ काम कर रहा रहा है जिससे डॉक्टर और अधिकारी भी प्रभावित हैं।
सिद्धार्थ की उपलब्धियों में एक और सफलता जुड़ गई है। उन्हें फॉल 2025 के लिए टेक्सास यूनिवर्सिटी, डलास के एरिक जॉनसन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ साइंस इन कंप्यूटर साइंस प्रोग्राम में एडमिशन मिला है।
सिद्धार्थ ने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा कि यह उपलब्धि मेरी अकादमिक यात्रा में मील का पत्थर है। यह मेरे परिवार, दोस्तों, मेंटर्स और सहयोगियों के समर्थन के बिना संभव नहीं होता।
उन्होंने कहा कि इस सफर में बहुत कुछ सीखने, चुनौतियों का सामना करने और आगे बढ़ने का मौका मिला। अब मैं UTD Comet फैमिली के साथ नए एडवेंचर के लिए तैयार हूं। जिन लोगों ने मेरी इस यात्रा में मेरा साथ दिया, उन सभी को दिल से धन्यवाद!
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