करीब 70 डेमोक्रेट्स के एक दल ने राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन और होमलैंड सुरक्षा विभाग के सचिव एलेजांद्रो मयोरकास से गाजा में हिंसा से बचने के इच्छुक फिलिस्तीनियों को शरणार्थी का दर्जा देने पर विचार करने का आग्रह किया है।
इस बारे में भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल, सीनेट बहुमत सचेतक डिक डर्बिन, सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष और प्रतिनिधि ग्रेग कैसर और डेबी डिंगेल की तरफ से 20 जून को ब्लिंकन और मयोरकास को एक पत्र भेजा गया था।
पत्र में जो बाइडन प्रशासन से गाजा से भाग रहे कुछ फिलिस्तीनियों को शरणार्थी का दर्जा देने का आग्रह किया गया है। विशेष रूप से उनको जिनके पास अमेरिकी नागरिकता है या वे वैध स्थायी निवासी परिवार के सदस्य हैं। कहा जा रहा है कि अमेरिकी प्रशासन इस बारे में विचार कर रहा है।
अपनी मांग को लेकर प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल ने कहा कि गाजा में फ़िलिस्तीनियों को लगातार हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं वहां भोजन, पानी और स्वच्छता की कमी है क्योंकि पूरे शहर बर्बाद हो गये हैं।
जयपाल ने जोर दिया कि कुछ फिलिस्तीनियों के लिए शरणार्थी के रूप में कानूनी रूप से देश में प्रवेश करने के लिए पी-2 पदनाम स्थापित करना इस महत्वपूर्ण समय के दौरान निर्दोष लोगों की जान बचाने में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने प्रशासन से अलग हुए परिवारों को फिर से मिलाने के लिए इस नीति को तेजी से लागू करने का आह्वान किया साथ ही स्थायी युद्धविराम, गाजा में नागरिक बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता के तेजी से वितरण को भी आगे बढ़ाने की गुहार लगाई।
प्रशासन को लिखे पत्र में यह बात भी रेखांकित की गई है कि ऐतिहासिक रूप से अमेरिका ने बहुत कम फिलिस्तीनी शरणार्थियों का पुनर्वास किया है। इसमें वित्त वर्ष 2023 में केवल 56 शरणार्थी (या पुनर्वासित शरणार्थियों की कुल संख्या का 0.09 प्रतिशत) और वित्त वर्ष 2024 में अब तक केवल 16 लोग शामिल हैं।
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