अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आगामी 20 जनवरी के लिए अपना पदभार संभालने को तैयार हैं। इससे पहले वो अपनी टीम के चयन में बिजी हैं। उन्होंने अधिकांश और महत्वपूर्ण पदों पर अधिकारियों की नियुक्ति कर ली है। अपने प्रशासन में अधिकारियों और कैबिनेट मंत्रियों पर नियुक्ति में ट्रम्प ने व्यक्तिगत संबंधों पर जोर दिया है। खास बात यह है कि ज्यादातर करीबियों और कट्टर समर्थक हैं। यह सलेक्शन पिछली बार की तुलना में काफी अगल है। इस बार उन लोगों को खास तौर पर कैबिनेट में जगह दी गई, जो रैली के वक्त उनके साथ थे।
अपने चीफ ऑफ स्टाफ से लेकर कैबिनेट मंत्री पदों में न्याय विभाग, पेंटागन और होमलैंड सिक्योरिटी विभाग का नेतृत्व करने के लिए ट्रम्प ने ऐसे लोगों को चुना है जो उनके अभियान रैलियों में परिचित चेहरे रहे हैं, फ्लोरिडा में उनके मार-ए-लागो रिसॉर्ट में अक्सर नजर आए या टीवी पर उनके समर्थन में बोलते रहे हैं।
ट्रम्प के कट्टर समर्थक, लेकिन काम का अनुभव नहीं
व्हाइट हाउस में नई इनिंग 2.0 के लिए ट्रम्प अपने कट्टर सहयोगियों को सरकार में महत्वपूर्ण भूमिकाओं से पुरस्कृत कर रहे हैं। कुछ के पास अपने पदों के लिए लगभग कोई प्रासंगिक अनुभव नहीं है, और कुछ को रिपब्लिकन बहुमत के साथ भी एक कठिन सीनेट पुष्टि प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।
बिना अनुभव वाले मस्क और रामास्वामी को कैबिनेट में खास जगह
ट्रम्प ने पेंटागन की देखरेख के लिए बिना किसी प्रशासनिक अनुभव वाले फॉक्स न्यूज के एंकर पीट हेगसेथ को नियुक्त किया है। इसी तरह लेखक मैट गेट्ज को अटार्नी जनरल और ग्रामीण दक्षिण डकोटा के गवर्नर क्रिस्टी नोएम को देश का शीर्ष होमलैंड सुरक्षा अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने रैली के मुख्य आधार और अपने अजीज दोस्त अरबपति एलन मस्क और पूर्व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी को कैबिनेट में खास जगह दी है। इन दोनों को इससे पहले सरकार में काम करने का कोई अनुभव नहीं है। ट्रम्प के कैबिनेट और सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर चयन से पता चलता है कि वे स्किल के बजाय निजी संबंधों पर जोर दे रहे हैं।
पहले कार्यकाल में कैसा था सलेक्शन
ट्रम्प हालांकि पहली बार ऐसा नहीं कर रहे हैं, 2016 में पहली बार व्हाइट हाउस में एंट्री लेने के बाद उन्होंने विदेश विभाग का नेतृत्व एक्सॉनमोबिल के पूर्व सीईओ रेक्स टिलरसन और पेंटागन की कमान एक सेवानिवृत्त जनरल जिम मैटिस जैसे गैर अनुभवियों को दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि नियुक्तियों के लिए ट्रम्प का दृष्टिकोण आठ साल पहले की तुलना में कहीं अधिक कुशल है। ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन में प्रेसिडेंशियल स्टाफिंग के विशेषज्ञ कैथरीन डन टेनपास ने कहा, "ऐसा लगता है कि यह बहुत अधिक व्यवस्थित प्रक्रिया है। ट्रम्प ने विदेश नीति और खुफिया मुद्दों में गहरा अनुभव रखने वाले पूर्व प्रतिद्वंद्वी अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो को अपने राज्य सचिव के रूप में घोषित किया। रुबियो ट्रम्प के विचारों का सार्वजनिक रूप से समर्थन कर चुके हैं। ट्रम्प ने अपने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेस सदस्य तुलसी गबार्ड को चुना है। गबार्ड को ख़ुफ़िया कार्य का प्रत्यक्ष अनुभव बहुत कम है। वह खुद को हिन्दू बताती हैं, लेकिन भारतीय नहीं हैं।
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