अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कई अहम कैबिनेट पदों के लिए अपने कुछ ऐसे वफादार लोगों को चुना, जिनके पास बहुत कम अनुभव है। इस फैसले से कुछ सहयोगियों को हैरानी हुई। लेकिन इस बात की पुष्टि हो गई कि ट्रम्प अमेरिका के संस्थानों को बदलने और कुछ मामलों में उन्हें परखने के लिए भी गंभीर हैं।
ट्रम्प ने तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस का डायरेक्टर नियुक्त किया है। इसके बाद से साेशल मीडिया पर तुलसी गबार्ड एक वीडियो वायरल है। दरअसल, तुलसी गबार्ड ने 2021 में अमेरिकी कांग्रेस में बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था। उन्होंने 1971 में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों के लिए पाकिस्तानी सेना की कड़ी आलोचना की थी।
तुलसी गबार्ड के पास इंटेलिजेंस के क्षेत्र में बहुत अधिक अनुभव नहीं है और उन्हें इस पद के लिए चुना जाना अपेक्षित नहीं था। यह पद 18 जासूसी एजेंसियों की देखरेख करता है। हालांकि वह 2004 से 2005 तक हवाई नेशनल गार्ड में मेजर के पद पर इराक में तैनात थीं और अब अमेरिकी सेना के रिजर्व में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। तुलसी ने पहले पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय सीरिया के गृहयुद्ध में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने यह भी इशारा किया था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास अमेरिका के सहयोगी यूक्रेन पर हमला करने के लिए वैध कारण थे।
ट्रम्प ने एक बयान में कहा, 'मुझे पता है कि तुलसी हमारी खुफिया एजेंसी में वह निर्भीक भावना लेकर आएंगी जो उनके शानदार करियर को परिभाषित करती है। वो हमारे संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करेंगी और ताकत के जरिए शांति स्थापित करेंगी।' तुलसी गबार्ड ने एक्स पर लिखा कि 'मुझे आपके कैबिनेट का सदस्य बनने और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा और स्वतंत्रता की रक्षा करने का मौका देने के लिए धन्यवाद। मुझे काम पर लगने का इंतजार है।'
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रम्प के चुनाव में एक समानता है। उन्होंने हमेशा वफादार लोगों को जगह दी है जो उनके सबसे विवादास्पद आदेशों का विरोध करने की संभावना नहीं रखते हैं। ट्रम्प ने चुनाव प्रचार में अपने राजनीतिक दुश्मनों पर कार्रवाई करने का वादा किया था, जिसमें डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल हैं।
ट्रम्प के राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के उम्मीदवार न केवल यूक्रेन को रूस के आक्रमण से बचाने में मदद करने के प्रति आशंकित हैं, बल्कि उनमें से कुछ के बयान तो कीव के प्रति पूरी तरह से आक्रामक हैं। गबार्ड, जो अमेरिका के विशाल विदेशी और घरेलू खुफिया तंत्र की देखरेख करेंगी, ने पुतिन को अपने देश के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के रक्षक के रूप में पेश किया है। उनका कहना है कि यूक्रेन एक भ्रष्ट क्लेप्टोक्रैसी है।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login