भारतीय-अमेरिकी डॉ. दर्शना पटेल ने कैलिफोर्निया असेंबली में 76वें जिले के नए मेंबर के रूप में शपथ ली है। एस्कॉन्डिडो, सैन मार्कोस, सैन डिएगो के कुछ हिस्से और रैंचो सांता फे और हार्मनी ग्रोव जैसे इलाके इसी जिले में आते हैं।
डॉ. दर्शना अप्रवासियों की बेटी हैं। उन्होंने 14 साल की उम्र में अपनी मां को खो दिया था। इस घटना ने उन्हें बाद में मेडिकल रिसर्च में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने ऑक्सिडेंटल कॉलेज से बायोकैमिस्ट्री में बीए किया और उसके बाद यूसी इरविन से बायोफिजिक्स में पीएचडी की उपाधि हासिल की। राजनीति में आने से पहले पटेल का बायो टेक्नोलोजी में सफल करियर था। बाद में उन्होंने सामुदायिक नेतृत्व पर फोकस किया।
डॉ. पटेल को नवंबर में हुए चुनाव में कैलिफोर्निया के 76वें असेंबली जिले से प्रतिनिधि चुना गया है। एक शोध वैज्ञानिक, स्कूल बोर्ड प्रेसिडेंट और समर्पित सामुदायिक नेता के रूप में वह पब्लिक लाइफ में विस्तृत अनुभव के साथ आई हैं।
विधानसभा की सदस्य पटेल ने कहा कि मैं 76वें जिले का प्रतिनिधित्व करने के लिए सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं यहां के निवासियों की सेवा करने के लिए उत्सुक हूं। मैं शपथ लेती हूं कि समुदायों की सेवा करूंगी और सार्थक परिणाम देने के लिए प्रतिबद्ध रहूंगी।
विधानसभा सदस्य के रूप में डॉ पटेल ने सार्वजनिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार, शिक्षा निधि में सुधार, प्रजनन अधिकारों की रक्षा और बेघरों की समस्याओं से निपटने जैसे मुद्दों को संबोधित करने की योजना बनाई है।
वह पॉवे यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट बोर्ड की अध्यक्ष रही हैं। सैन डिएगो काउंटी स्कूल बोर्ड्स एसोसिएशन का नेतृत्व भी किया है। उन्होंने सैन डिएगो पुलिस विभाग के कप्तान के सलाहकार बोर्ड के साथ भी काम किया है।
इसके अलावा दर्शना पटेल ने कैलिफोर्निया के एशियाई एवं प्रशांत द्वीपसमूह संबंधी मामलों पर बने आयोग में भी कार्य किया है। स्थानीय योजनाओं और सामुदायिक परिषदों में नेतृत्वकारी भूमिका भी निभाई है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login