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एलन मस्क के स्टारलिंक को भारत में मिलने वाला है लाइसेंस, मुकेश अंबानी को देंगे टक्कर

भारत के दूरसंचार मंत्री ने मंगलवार को कहा कि यह खुशी की बात है कि स्टारलिंक भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं पेश करने के लिए लाइसेंस के लिए सुरक्षा मंजूरी मांग रही है और अगर यह सभी शर्तों को पूरा करती है तो उसे परमिट मिल जाएगा।

elon musk want entry in indian broadband market /

अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने अपने स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड की एंट्री के लिए भारत सरकार से सुरक्षा मंजूरी मांगी है। मामले में भारत के दूरसंचार मंत्री ने मंगलवार को कहा कि यह खुशी की बात है कि स्टारलिंक भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं पेश करने के लिए लाइसेंस के लिए सुरक्षा मंजूरी मांग रही है और अगर यह सभी शर्तों को पूरा करती है तो उसे परमिट मिल जाएगा।  अगर ऐसा हो जाता है तो भारतीय दूरसंचार बाजार में रिलायंस जियो के साथ पहले नंबर पर खड़े मुकेश अंबानी को कड़ी टक्कर मिल सकती है। 

बता दें कि स्टारलिंक वर्षों से भारतीय ब्रॉडबैंड सेवाओं में एट्री चाहता है और इसकी योजनाओं को पिछले महीने बढ़ावा मिला जब नई दिल्ली ने कहा कि वह सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करेगी, बल्कि इसे प्रशासनिक रूप से देगी। 

भारतीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि स्टारलिंक सुरक्षा मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया में है, जिसके लिए उसे सरकार द्वारा तय नियमों के अनुसार पूरा करना होगा। कंपनी स्थानीय स्तर पर डेटा को संसाधित और संग्रहीत करती है, और उसके उपग्रह सिग्नल सुरक्षित हैं।

नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में सिंधिया ने कहा, "जब आप पूरी तरह से जांच में खरे उतरते हैं, तो आपको लाइसेंस मिल जाएगा। अगर वे (स्टारलिंक) ऐसा करते हैं, तो हमें बहुत खुशी होगी।" 

भारतीय ब्रॉडबैंड बाजार में मस्क की एंट्री
सुरक्षा मंजूरी स्टारलिंक को भारतीयों को ब्रॉडबैंड की पेशकश करने की मस्क की योजना के एक कदम और करीब ले जाएगी। बता दें कि दूरसंचार के इस बाजार में मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो वर्तमान में 14 मिलियन ग्राहकों के साथ पहले नंबर पर है। एशिया के सबसे अमीर आदमी अंबानी के पास 479 मिलियन से अधिक भारतीय टेलीकॉम उपयोगकर्ता भी हैं। 

सूत्र के अनुसार, रिलायंस के पास सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू करने के लिए पहले से ही सुरक्षा मंजूरी है। मामले से परिचित एक अन्य सूत्र ने कहा, स्टारलिंक ने भारत सरकार से कहा है कि वह नई दिल्ली की सभी सुरक्षा आवश्यकताओं का पालन करने को तैयार है।  सुरक्षा मंजूरी प्राप्त होने के बाद, कंपनियों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश शुरू करने के लिए अभी भी स्पेक्ट्रम प्राप्त करने की आवश्यकता है।

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