भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके राजीव चंद्रशेखर से अमेरिकी विश्वविद्यालयों में सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और वहां पर भारतीय मूल के छात्रों की स्थिति को लेकर निष्पक्षता से जानकारी देने का आग्रह किया है।
18 साल तक सार्वजनिक सेवा में रहने के बाद संन्यास ले चुके राजीव चंद्रशेखर नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री तथा केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री रह चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राजीव चंद्रशेखर ने भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी से अपने देश के विश्वविद्यालयों की स्थिति पर जानकारी देने की मांग की है। गार्सेटी ने अमेरिकी विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए भारत के विभिन्न राज्यों में एजुकेशन फेयर आयोजित किए जाने की जानकारी दी थी।
गार्सेटी ने एक्स पर वीडियो पोस्ट में एजुकेशन फेयर के बारे में बताते हुए कहा कि यह आपके लिए 80 से अधिक अमेरिकी विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों से मिलने और वहां दाखिलों, छात्रवृत्ति और अन्य बहुत कुछ जानने का मौका है। अमेरिका में पढ़ाई के अपने सपने को साकार करने के लिए अभी रजिस्ट्रेशन करें।
Students and parents, I’m thrilled to invite you to our #EducationUSA Fairs, which are taking place all over India this month. This is your chance to meet representatives from more than 80 U.S. universities and learn about admissions, scholarships and much more. Register now to… pic.twitter.com/FUF4Sndwei
— U.S. Ambassador Eric Garcetti (@USAmbIndia) August 6, 2024
राजीव चंद्रशेखर ने गार्सेटी को रिप्लाई करते हुए कहा कि आप भारतीयों युवाओं को अमेरिका में पढ़ाई के लिए आमंत्रित कर रहे हैं तो बता दूं कि मैं भी अमेरिकी विश्वविद्यालय से स्नातक कर चुका हूं और कह सकता हूं कि अमेरिका में कई बेहतरीन विश्वविद्यालय हैं।
राजीव ने आगे कहा कि अमेरिकी कैंपस अब पहले की तरह सुरक्षित नहीं रह गए हैं। वहां हाल ही में हिंसा और डराने-धमकाने की घटनाएं हुई हैं। कई भारतीय पैरंट्स को अपने बच्चों को भारत वापस बुलाना पड़ा है। इसलिए एजुकेशन फेयर अच्छे हैं, लेकिन कृपया अमेरिकी कैंपसों की सुरक्षा के बारे में पारदर्शिता के साथ जानकारी भी दें।
Dear Ambassador @USAmbIndia - as you invite our Young Indians to study in the US. I Am also US Uni graduate and can testify to some excellent Univs in the US.
— Rajeev Chandrasekhar (@RajeevRC_X) August 6, 2024
But as recent violence and targetted intimidation on US campuses hv shown, US campuses arent the same safe centers of… https://t.co/eVutChzt3C
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में अमेरिका के विश्वविद्यालयों में काफी हिंसक घटनाएं हुई थीं। यूसीएलए में एक फिलिस्तीनी समर्थक शिविर पर हमले के बाद विवाद भड़क उठा था जिसमें कई लोग घायल हुए थे। मैडिसन में विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में छात्रों और पुलिस की भिड़ंत हुई थी। कोलंबिया विश्वविद्यालय में भी अराजक दृश्य सामने आए थे.
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