गुरुवार, 15 अगस्त को, कैलिफोर्निया AB3027, तथाकथित 'ट्रांसनेशनल रिप्रेशन बिल' राज्य की सीनेट विनियोग समिति से आगे बढ़ने में विफल रहा। यानी पारित नहीं हुआ। इससे इस वर्ष के लिए यह बिल प्रभावी रूप से समाप्त हो गया है। बिल के रुक जाने पर HAF ने एक बयान जारी कर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की है।
बिल को लेकर हिंदू अमेरिका फाउंडेशन (HAF) का कहना है कि हम मोटे तौर पर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने वाले अन्य देशों के विरोध में हैं लेकिन AB3027 की शब्दावली और प्रेरणा समस्या भरी है। SB403 जाति बिल की तरह इस बिल में भी भारतीय अमेरिकियों को निशाना बनाया गया।
इसने भारत को ईरान और रूस के साथ मिला दिया। यह हिंसक खालिस्तान समर्थक उग्रवाद का उल्लेख करने में भी विफल रहा जिसने देश भर में और पूरे उत्तरी अमेरिका में कैलिफोर्निया के हिंदू समुदाय को निशाना बनाया है।
HAF का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं की ओर से हिंदू विरोधी नफरत का एक मजबूत रिकॉर्ड रहा है। वही लोग इस विधेयक की पुरजोर वकालत कर रहे हैं। खाड़ी क्षेत्र में 9 से अधिक मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है, सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी की कोशिश की गई और कई मौकों पर खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा हिंदुओं पर हमला किया गया है।
HAF कानून निर्माताओं के साथ व्यक्तिगत बैठकों, कार्रवाई अलर्ट और सामुदायिक वार्ता बिंदुओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय दमन के दलदल के पीछे छिपे चरमपंथी खालिस्तान आंदोलन पर नीति निर्माताओं को शिक्षित करता है। इस विधेयक का समिति से पारित न हो पाना सभी कैलिफोर्नियावासियों की जीत है।
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