सैर-सपाटे की दुनिया भी नए युग के साथ कदमताल करते हुए अधिक रोमांचक किंतु पहले से बहुत अलग होती जा रही है। अब घूमने के साथ खोजने के लिए कई नए-पुराने ठिकाने हैं किंतु आनंद उठाने का तरीका बदलता जा रहा है। 2024 में भी कई यात्रा रुझान उद्योग को अनूठे तरीकों से आकार देंगे और सैलानियों को शानदार और यादगार अनुभव उपलब्ध कराएंगे।
पर्यावरण-हितैषी यात्रा
इस साल यह यात्रा का केंद्रीय विषय और ठिकाने के चयन का सबसे बड़ा आधार होगा। यह विचार कई यात्रियों के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत होगा। कार्बन फुटप्रिंट को कम करने, पर्यावरण-अनुकूल आवास का समर्थन करने और जिम्मेदार पर्यटन में शामिल होने के सचेत प्रयास आदर्श बन जाएंगे। यात्री तेजी से ऐसे गंतव्यों की तलाश कर रहे हैं जो पर्यावरण संरक्षण और नैतिक प्रथाओं को प्राथमिकता देते हैं
छुट्टी और काम साथ-साथ
बीते कुछ वर्षों में रिमोट वर्क अच्छा खासा व्यवहार में आ गया है। और के साथ 'वर्केशन' यानी वर्क और वेकेशन की वृत्ति ने खासी लोकप्रियता हासिल की है। सैलानी अब ऐसे ठिकानों की तलाश कर रहे हैं जहां वे सुकून के साथ अपनी छुट्टियां बिता सकें और शांति के साथ किंतु तमाम आवश्यक सुविधाओं के साथ काम कर सकें। समुद्र तटीय विला से लेकर पर्वतीय इलाकों के एकांत ठिकानों को इसीलिए नई पीढ़ी के लोग तलाश कर रहे हैं। यानी काम का काम और साथ में आराम।
यात्रा और तकनीक
अब तकनीक सैर-सपाटे का अभिन्न अंग हो गई है। यानी अब कोई भी व्यक्ति बगैर तकनीकी साजो-सामाज के घूमने के लिए नहीं निकल सकता। अब किसी भी जगह जाने से पहले यह सोचना जरूरी हो रहा है कि जहां जाने वाले हैं वहां से दुनिया के तार कट तो नहीं जाएंगे। स्मार्ट ट्रेवल एप्स ऐसे ठिकानों की तलाश में आपकी मदद करते हैं। आज के पर्यटक खूब तलाश करने के बाद ही यात्रा के लिए कदम बढ़ाते हैं।
सेहत के साथ
वेलनेस ट्रैवल का चलन स्पा रिट्रीट से आगे बढ़ रहा है। यात्री समग्र कल्याण को प्राथमिकता दे रहे हैं। यानी ऐसे गंतव्यों की तलाश कर रहे हैं जो शारीरिक गतिविधियों, मानसिक स्वास्थ्य विश्राम और प्राकृतिक वातावरण को फिर से जीवंत करने का संतुलन प्रदान करते हैं। शांत परिदृश्यों में योगाभ्यास से लेकर स्वास्थ्य-केंद्रित पाक-अनुभवों तक यात्री स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपना रहे हैं।
सांस्कृतिक यात्रा
ऐसी यात्राएं गति पकड़ रही हैं जो लोगों को सांस्कृतिक संपदा से लैस कर दे। यानी ऐसे सांस्कृतिक ठिकाने जहां पहुंचकर आप इतिहास और संस्कृति से रूबरू होते हैं और खुद को जानकारी से भी भरा-पूरा पाते हैं। ऐसे में यात्री पारंपरिक पर्यटन स्थलों से दूर जा रहे हैं। वे लीक से हटकर गंतव्यों का चयन कर रहे हैं। ऐसे स्थान जहां वे स्थानीय समुदायों के साथ जुड़ सकते हैं, सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भाग ले सकते हैं और प्रामाणिक व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं।
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