जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रीजेंट्स प्रोफेसर श्रीनिवास अलुरु को 2025 चार्ल्स बैबेज़ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें समानांतर कंप्यूटिंग और कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी में उनके अग्रणी शोध कार्य के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया।
इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (IEEE) कंप्यूटर सोसायटी यह पुरस्कार हर वर्ष उन व्यक्तियों को प्रदान करती है, जिन्होंने समानांतर कंप्यूटिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। अलुरु को कम्प्यूटेशनल जीनोमिक्स में उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया, जो आनुवंशिक सामग्री की संरचना और कार्यप्रणाली को समझने का अध्ययन करता है।
श्रीनिवास अलुरु ने जताई खुशी
इस उपलब्धि पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए श्रीनिवास अलुरु ने कहा, "यह पुरस्कार मेरे समूह में ढाई दशकों से अधिक समय तक किए गए अनुसंधान प्रयासों की मान्यता है। यह केवल मेरा सम्मान नहीं बल्कि मेरे कई स्नातक छात्रों और सहयोगियों की मेहनत का भी परिणाम है।" उन्होंने आगे कहा, "मुझे उम्मीद है कि यह पुरस्कार कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी में समानांतर विधियों के महत्व को उजागर करेगा और इस क्षेत्र में नए शोधकर्ताओं को प्रेरित करेगा।"
समानांतर कंप्यूटिंग में महत्वपूर्ण योगदान
अलुरु के शोध कार्य का मुख्य क्षेत्र समानांतर कंप्यूटिंग है, जो बड़े जीनोमिक डेटा सेट—जो अरबों बेस पेयर्स तक पहुंच सकते हैं—को छोटे भागों में विभाजित कर तेजी से विश्लेषण करने में सक्षम बनाता है। उनके योगदानों ने वनस्पतियों, पशुओं और सूक्ष्मजीवों के आनुवंशिक विश्लेषण में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
जॉर्जिया टेक में भूमिका
2013 में जॉर्जिया टेक में शामिल होने के बाद, अलुरु ने डेटा इंजीनियरिंग और साइंस संस्थान (IDEaS) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2016 में इस संस्थान के सह-कार्यकारी निदेशक (Co-Executive Director) रहे। 2019 से 2025 तक एकमात्र कार्यकारी निदेशक (Sole Executive Director) के रूप में कार्य किया।
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