भारत के इकलौते अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, रोजगार के अवसर पैदा करने और देश में मजबूत व्यापारिक इकोसिस्टम तैयार करने के लिए TiE Inc. के साथ हाथ मिलाए हैं।
इस संबंध में मंगलवार को गिफ्ट सिटी कंपनी लिमिटेड (गिफ्टसीएल) और TiE के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। TiE को पहले द इंडस एंटरप्रेन्योर्स नाम से जाना जाता था। यह उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित वैश्विक गैर-लाभकारी नेटवर्क संगठन है। इस समझौते के तहत GIFTCL और TiE के बीच नवाचार को बढ़ावा देने, निवेश आकर्षित करने और GIFT सिटी के माध्यम से भारत में व्यवसायों के लिए सक्षम वातावरण बनाने के लिए सहयोगी ढांचा तैयार किया जाएगा।
दोनों के बीच सहयोग क्षेत्रों में गिफ्ट सिटी को टीआईई सदस्यों एवं पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाना, नियामक मार्गदर्शन व सलाहकार सहायता प्रदान करना, आवश्यक अनुमोदन, लाइसेंस व जगह प्राप्त करने में मदद करना और गिफ्ट सिटी की विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करना शामिल है।
इसके अलावा टीआईई अपने चैप्टरों के जरिए गिफ्ट सिटी, उद्यमियों व औद्योगिक लीडर्स को अपने वैश्विक नेटवर्क से जुड़ने, स्टार्टअप इकोसिस्टम के विस्तार सुविधाओं के अलावा ज्ञान साझाकरण सत्र, नेटवर्किंग कार्यक्रम और बूट कैंप आयोजित करेगा। भारतीय बाजार में रुचि रखने वाले उद्यमियों एवं निवेशकों के लिए आउटरीच कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
समझौते के तहत सहयोग गतिविधियों की देखरेख के लिए GIFTCL और TiE के प्रतिनिधियों की एक संयुक्त कार्य समिति भी बनाई जाएगी। यह समिति प्रगति पर चर्चा करने, चुनौतियों का समाधान करने और नए अवसरों का पता लगाने के लिए समय-समय पर बैठक करेगी। गिफ्ट सिटी में वार्षिक उद्यमिता शिखर सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा।
गिफ्ट सिटी के एमडी और ग्रुप सीईओ तपन रे ने कहा कि हम उद्यमिता क्षेत्र के वैश्विक नेता टीआईई के साथ साझेदारी करके खुश हैं। यह सहयोग हमें शीर्ष स्तरीय उद्यमियों और व्यवसायों को गिफ्ट सिटी की ओर आकर्षित करने में सक्षम करेगा, जिससे एक अग्रणी वित्तीय एवं प्रौद्योगिकी सेवा केंद्र के रूप में हमारी स्थिति और मजबूत होगी।
टीआईई ग्लोबल के चेयरमैन व ग्रुप सीईओ (इकोसिस्टम ग्रुप) अमित गुप्ता ने कहा कि टीआईई और गिफ्ट सिटी एक दूसरे की नवाचार और मूल्य निर्माण की पारस्परिक भावना का लाभ उठाएंगे। यह समझौता रोजगार पैदा करने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और नवाचार के जरिए अर्थव्यवस्थाओं के उत्थान की क्षमता निर्माण के लिए कार्य करेगा।
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