भारत के गुजरात राज्य में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस) 2024 के 10वें संस्करण के दौरान देश-विदेश के मशहूर उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी दृष्टिकोण की सराहना की और भारत को राजनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक रूप से समृद्ध बनाने का श्रेय दिया।
लक्ष्मी मित्तल
आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल ने वाइब्रेंट गुजरात समिट सम्मेलन के लिए संस्थागत ढांचा तैयार करने की दिशा में प्रधानमंत्री की निरंतर प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्षों से गुजरात भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के विचार और विजन से शुरू हुआ वाइब्रेंट शिखर सम्मेलन अब एक वैश्विक शिखर सम्मेलन में बदल चुका है। मित्तल ने "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य" के सिद्धांत में प्रधानमंत्री के विश्वास और हर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ग्लोबल साउथ की आवाज को मजबूत करने के पीएम मोदी के प्रयासों की प्रशंसा की। आर्सेलर मित्तल गुजरात के हजीरा में मेगा स्टील उत्पादन परियोजना स्थापित करने की प्रक्रिया में है। परियोजना का पहला चरण 2026 में पूरा करने का लक्ष्य है। अगले चरण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। पूरी परियोजना को 2029 तक तैयार होने की उम्मीद है।
तोशिहिरो सुजुकी
सुजुकी के अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग ने एक लंबा सफर तय किया है। भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन गया है जो देश के आर्थिक विकास के लिए प्रधानमंत्री के प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। उन्होंने गाय के गोबर से इथेनॉल, ग्रीन हाइड्रोजन और बायोगैस उत्पादन के जरिए ग्रीनहाउस उत्सर्जन में कमी लाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा बायोगैस उत्पादन में सुजुकी, समूह राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और बनास डेयरी के बीच सहयोग की भी घोषणा की। सुजुकी गुजरात में चार बायोगैस संयंत्रों का निर्माण पहले ही शुरू चुका है।
मुकेश अंबानी
रिलायंस समूह के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने वाइब्रेंट गुजरात को दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित निवेश शिखर सम्मेलन बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जजब बोलते हैं तो दुनिया न केवल सुनती है बल्कि तालियां भी बजाती है। 'मोदी है तो मुमकिन है' नारे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनिया में गूंज रहा है। उन्होंने बताया कि रिलायंस ने पिछले 10 वर्षों में पूरे भारत में विश्व स्तरीय परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए 150 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, जिसमें एक तिहाई से अधिक गुजरात में है। उन्होंने कहा कि रिलायंस अगले 10 वर्षों में महत्वपूर्ण निवेश के साथ गुजरात के विकास में अग्रणी भूमिका निभाना जारी रखेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत को 2047 तक 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता।
संजय मेहरोत्रा
माइक्रोन टेक्नोलॉजीज यूएसए के सीईओ संजय मेहरोत्रा ने भारत में सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग शुरू करने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन भारत को सेमीकंडक्टर पावरहाउस बनाने के दूरदर्शी विचारों को पेश करता है और इस क्षेत्र में विकास के विभिन्न अवसरों पर भी प्रकाश डालता है। यह पहल भविष्य में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
गुजरात में विश्व स्तरीय मेमोरी असेंबली एवं परीक्षण सुविधा स्थापित करने में टाटा के साथ साझेदारी का उल्लेख करते हुए मेहरोत्रा ने बताया कि पहले चरण के 2025 तक चालू होने की उम्मीद है जिससे 5,000 प्रत्यक्ष नौकरियां और 15,000 अतिरिक्त नौकरियां पैदा होंगी। उन्होंने उल्लेख किया कि दोनों चरणों में माइक्रोन और सरकार द्वारा संयुक्त निवेश 2.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है।
गौतम अडानी
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने वसुधैव कुटुम्बकम एवं विश्व गुरु के दर्शन से प्रेरित भारत को दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता राष्ट्र बनाने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया। उन्होंने रेखांकित किया कि 2014 के बाद से भारत की जीडीपी में 18.5% और प्रति व्यक्ति आय में 165% की वृद्धि हुई है, जो उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि 2047 तक आज का भारत कल के वैश्विक भविष्य को आकार देने के लिए तैयार है। उन्होंने 2025 तक राज्य में 55,000 करोड़ रुपये के निवेश की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि निवेश में 50,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को पार करते हुए उन्होंने 25,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा किए हैं। उन्होंने अडानी समूह की गुजरात में अगले 5 वर्षों में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने की योजना के बारे में बताया जिससे एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा होंगी।
जेफरी चुन
दक्षिण कोरिया में सिमटेक के सीईओ जेफरी चुन ने अपनी भारत परियोजनाओं की जानकारी देते हुए खुशी व्यक्त की। उन्होंने गुजरात में माइक्रोन के साथ परियोजना के बारे में बताते हुए कहा कि यहां पर सिम्मटेक सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण सुविधाओं में एक महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला भागीदार के रूप में कार्य करता है। चुन ने विश्वास व्यक्त किया कि वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन भारत जैसे तेजी से बढ़ते देश में एक नया आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि इन सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क में भारत की स्थिति मजबूत होगी जिससे यह जल्द ही वैश्विक इकोसिस्टम का अभिन्न अंग बन जाएगा।
एन चंद्रशेखरन
टाटा संस लिमिटेड के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि गुजरात की निरंतर और प्रभावशाली प्रगति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और दृढ़ संकल्प का स्पष्ट प्रमाण है। आर्थिक प्रगति ने न केवल पर्याप्त सामाजिक विकास किया है बल्कि गुजरात को भविष्य के प्रवेश द्वार के रूप में भी स्थापित किया है। चंद्रशेखरन ने नवसारी में संस्थापक जमशेदजी टाटा के जन्मस्थान का हवाला देते हुए गुजरात के साथ टाटा समूह के ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला। वर्तमान में टाटा समूह की 21 कंपनियों की राज्य में मजबूत उपस्थिति है। उन्होंने गुजरात में समूह की विस्तार योजनाओं का विवरण दिया, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण, बैटरी उत्पादन, सी 295 रक्षा विमान के विकास और सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा की स्थापना शामिल है। चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह के लिए गुजरात की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सुल्तान अहमद बिन सुलायम
डीपी वर्ल्ड के अध्यक्ष सुल्तान अहमद बिन सुलायम ने वाइब्रेंट गुजरात के लिए प्रधानमंत्री मोदी के विजन को साकार होते देखने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए गुजरात सरकार को बधाई दी। साथ ही गिफ्ट सिटी, धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र एवं गुजरात समुद्री क्लस्टर आदि को बढ़ावा देने में सरकार के प्रयासों को स्वीकार किया उन्हें भविष्य का प्रवेश द्वार करार दिया। भारतऔर संयुक्त अरब अमीरात के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यूएई गुजरात में सबसे बड़े विदेशी निवेशकों में से एक है जिसने 2017 से 2.4 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है। भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्वीकार करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व में निरंतर विकास का विश्वास व्यक्त किया।
शंकर त्रिवेदी
एनवीडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शंकर त्रिवेदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते महत्व के बारे में बात की और उस घटना को याद किया जब प्रधानमंत्री मोदी ने एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग को भारत सरकार के वरिष्ठजनों को व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने कहा कि यह पहली बार था जब किसी वैश्विक नेता ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं कि उन्होंने गुजरात के साथ-साथ भारत में भी जनरेटिव एआई को अपनाने के प्रयास किए। जेनरेटिव एआई के बारे में कौशल विकास में एनवीडिया के प्रयासों के बारे में बताते हुए उन्होंने मेक इन इंडिया के लिए अपने प्रयासों को भी रेखांकित किया।
निखिल कामत
जेरोधा के संस्थापक और सीईओ निखिल कामत ने पिछले दो दशकों में देश के समग्र विकास पर प्रकाश डाला और एक उद्यमी के रूप में अपनी यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल अविश्वसनीय रहे हैं क्योंकि उन्होंने देश के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और छोटे उद्यमियों और ई-कॉमर्स का उदय देखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को स्टार्टअप्स को आगे बढ़ाने का भी श्रेय दिया।
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