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117 मिलियन लोगों पर भुखमरी का संकट, UN की चौंकाने वाली रिपोर्ट; अमेरिका और भारत भी वजह

यूएन ने कहा कि 2024 में ही गरीब देशों में रह रहे लोगों के भोजन के लिए सिर्फ 46 फीसदी धन ही मिल पाया।

वैश्विक खाद्य संकट पर यूएन की चौंकाने वाली रिपोर्ट। / REUTERS

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि यूरोपीय देशों और पश्चिम एशिया में भीषण युद्ध के बीच दुनिया भर के कई देशों में लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं। यूएन ने अपनी चौंकाने वाली रिपोर्ट में दावा किया है कि 2025 में कम से कम 117 मिलियन की आबादी भुखमरी के कगार पर होगी। इसके पीछे की मुख्य वजह दुनिया के धनी देशों द्वारा मदद की कटौती है। इसमें अमेरिका, चीन, भारत और रूस का भी नाम है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन, रूस और भारत ने मिलकर भी 1 प्रतिशत तक फंडिंग नहीं दी।

संयुक्त राष्ट्र में सहायक कार्यकारी निदेशक रानिया दगाश-कामारा ने कहा, मार्च में सीरिया का दौरा करके हमने भुखमरी को अपनी आंखों से देखा। हजारों लोगों को दो वक्त का खाना भी नसीब नहीं हो रहा है।  यूएन ने कहा कि 2024 में ही गरीब देशों में रह रहे लोगों के भोजन के लिए सिर्फ 46 फीसदी धन ही मिल पाया। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब विश्व निकाय को मांग के आधे से भी कम की राशि मिल पाई। इस कमी ने गंभीर मानवीय संकट पैदा कर दिया है।

ट्रम्प सरकार पर निगाहें, भारत का भी कम योगदान
संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े दानदाताओं में से एक जर्मनी ने 2023 से 2024 तक पहले ही 500 मिलियन डॉलर की फंडिंग कम कर दी है। मानवीय संगठन भी इस बात पर नजर रख रहे हैं कि जनवरी में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प क्या प्रस्ताव रखते हैं? ट्रम्प सलाहकारों ने अभी यह नहीं बताया है कि वह मानवीय सहायता कैसे करेंगे, लेकिन उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में अमेरिकी फंडिंग में कटौती करने की मांग की थी। संयुक्त राष्ट्र योगदान डेटा के अनुसार, दुनिया की तीन अन्य शक्तियों चीन, रूस और भारत ने सामूहिक रूप से मानवीय वित्त पोषण में 1% से भी कम योगदान दिया।

अमेरिका का अकेले 38 फीसदी तक योगदान
अमेरिका दुनिया भर में भुखमरी को रोकने और उससे निपटने में अग्रणी भूमिका निभाता है। इसने पिछले पांच वर्षों में 64.5 बिलियन डॉलर की मानवीय सहायता प्रदान की। यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा दर्ज किए गए ऐसे कुल योगदान का कम से कम 38% है। मानवीय सहायता का अधिकांश हिस्सा अमेरिका, जर्मनी और यूरोपीय आयोग से आता है। उन्होंने 2020 से 2024 तक 170 बिलियन डॉलर का योगदान दिया है।

किन देशों में भुखमरी जैसे हालात
2023 में 59 देशों और क्षेत्रों में लगभग 282 मिलियन लोग भुखमरी के कगार पर थे। इसमें बुरी तरह प्रभावित देशों में सूडान, म्यांमार और अफगानिस्तान शामिल हैं।

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