अमेरिका में न्यूजर्सी के गवर्नर फिल मर्फी ने राज्य और भारत के बीच द्विपक्षीय निवेश, वाणिज्यिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक आयोग के गठन की घोषणा की है। इसका नाम न्यूजर्सी-भारत आयोग होगा।
गवर्नर फिल मर्फी ने न्यूजर्सी इंडिया कमीशन बनाने के एग्जिक्यूटिव आदेश पर मंगलवार को दस्तखत किए। इसके अध्यक्ष वरिष्ठ अमेरिकी राजदूत वेस्ले मैथ्यूज होंगे। आयोग के लिए लगभग 40 सदस्यों की नियुक्ति की घोषणा भी की गई है। आयोग पर न्यूजर्सी और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश को बढ़ाने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने की जिम्मेदारी होगी। चूंकि भारत दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, इसलिए आयोग का लक्ष्य न्यूजर्सी और भारत के बीच सांस्कृतिक एवं शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और स्थायी दीर्घकालिक आर्थिक विकास की रूपरेखा तैयार करना होगा।
Today, we are creating a new entity to strengthen the cultural & economic ties between the Garden State and India for years to come: The New Jersey-India Commission.
— Governor Phil Murphy (@GovMurphy) February 6, 2024
With it, we will seize a generation of opportunities to grow, thrive, and pioneer new possibilities together. pic.twitter.com/gIECsgg5nF
इस अवसर पर गवर्नर मर्फी ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए न्यूजर्सी और भारत के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए न्यू जर्सी-भारत आयोग की स्थापना करके मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।' 2019 में मेरी भारत यात्रा के बाद से हम अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
लेफ्टिनेंट गवर्नर और स्टेट सेक्रेटरी ताहेशा वे ने कहा कि मैं सचिव के रूप में आयोग के जरिए न्यूजर्सी और भारत के बीच गहरे आर्थिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संबंधों को आगे ले जाने के लिए उत्सुक हूं। न्यूजर्सी की भारतीय आबादी ने हमारे राज्य को समृद्ध करने में अहम योगदान दिया है। इस आयोग के माध्यम से हम और भी ज्यादा नए अवसर पैदा करेंगे।
भारत न्यूजर्सी का दूसरा सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेशक है। न्यूजर्सी की अधिकांश आप्रवासी आबादी भारत से है। सितंबर 2019 में गवर्नर मर्फी ने आर्थिक रिश्तों को मजबूती देने के लिए भारत का दौरा किया था। पिछले दो दशकों में भारत ने न्यूजर्सी में 2 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है जिससे जीवन विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में लगभग 6,000 नौकरियां पैदा करने में मदद मिली है।
भारत के महावाणिज्य दूत बिनया श्रीकांत प्रधान ने कहा कि न्यूजर्सी के साथ हमारी साझेदारी कई मायनों में अद्वितीय है। इस आयोग से दोनों के बीच मौजूद संबंधों को मजबूत करने और लोगों का जुड़ाव बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। हम अपनी साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए निकट भविष्य में गवर्नर मर्फी की भारत यात्रा की भी प्रतीक्षा कर रहे हैं।''
न्यूजर्सी-भारत आयोग में कम से कम 35 और अधिक से अधिक 45 सदस्य होंगे, जिनमें से प्रत्येक की नियुक्ति गवर्नर द्वारा की जाएगी। यह आयोग गवर्नर के अलावा न्यूजर्सी की अन्य सरकारी एजेंसियों और विभागों को भी सलाह देगा।
गवर्नर मर्फी ने जिन लोगों को आयोग में नियुक्त किया है, वे इस प्रकार हैं- दीनी अजमानी, नताशा अलगरासन, अटलुरि, स्नेहल बत्रा, कोलीन बुरस, रवि दत्तात्रेय, कीर्ति देसाई, परिमल गर्ग, विन गोपाल, बलप्रीत ग्रेवाल विर्क, किरण हांडा गौडिसोसो, पविता होवे, जैमे जैकब, मोनिका जैन, गुरबीर जोहल, सुचित्रा कामथ।
इनके अलावा कृष्ण किशोर, विद्या किशोर, क्रिस कोल्लूरी, इंदु ल्यू, जोस लोज़ानो, वेस्ली मैथ्यूज, अंजलि मेहरोत्रा, दिलीप म्हस्के, राज मुखर्जी, सुरेश मुथुस्वामी, श्रीनिवास पालिया, आनंद पलुरी, फाल्गुनी पंड्या, कैरी पारिख, राजीव पारिख, गुरप्रीत पसरीचा, दीपक राज, जतिन शाह, हुजैफा शाकिर, स्टर्ली स्टेनली, रैगी थॉमस, स्टीवन वान कुइकेन और क्रिस्टीना ज़ुक को भी आयोग में नियुक्ति दी गई है।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login