अमेरिका से निर्वासित किए जाने वाले मध्य अमेरिकी देशों के प्रवासियों को ग्वाटेमाला में डिपोर्ट किया जाएगा। ग्वाटेमाला ने इसके लिए अपनी रजामंदी दे दी है। तीन सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। इसे ट्रम्प सरकार की मास डिपोर्टेशन योजना के लिए बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है।
ग्वाटेमाला के एक अधिकारी ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि हम (ट्रम्प सरकार की) प्रवासी समाधान योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं। इसके लिए क्षेत्रीय आधार पर रिस्पॉन्स योजना तैयार की जा रही है। ग्वाटेमाला के इस कदम को आगामी ट्रम्प सरकार के साथ रिश्तों को मजबूती देने का संकेत माना जा रहा है।
अमेरिका को निकारागुआ, वेनेजुएला और हैती से प्रवासियों को निर्वासित करने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ट्रम्प के लिए ये चुनौती बन सकते हैं जिन्होंने अवैध रूप से अमेरिका में रहने वाले प्रवासियों को निर्वासित करने की कसम खाई है।
ट्रम्प की टीम ने कई देशों की सरकारों से संपर्क साधा है ताकि निर्वासित लोगों को वहां भेजा जा सके। मेक्सिको और बहामास जैसे कई पड़ोसी देश कह चुके हैं कि वे तीसरे देशों से निर्वासित लोगों को अपने यहां जगह नहीं देंगे।
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले 40% से अधिक अप्रवासी मेक्सिको से आए थे। इनकी कुल संख्या 4.8 मिलियन से लेकर 11 मिलियन के बीच है। मेक्सिको के बाद ग्वाटेमाला, अल सल्वाडोर और होंडुरास का नंबर रहा, जिनके कुल अवैध प्रवासी करीब 20 प्रतिशत थे।
ग्वाटेमाला अपने पड़ोसी अल सल्वाडोर और होंडुरास के विपरीत ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल को लेकर विशेष रूप से सक्रिय नजर आ रहा है। बड़े पैमाने पर निर्वासन, सीमा सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी और चीन को लेकर उसने टीम ट्रम्प के वरिष्ठ सदस्यों से बातचीत भी की है।
इन तीनों देशों के अमेरिका से कटु संबंध हैं। इनमें निकारागुआ सरकार से सबसे शत्रुतापूर्ण संबंध हैं। आगामी ट्रम्प सरकार में इन्हें दोतरफा चोट लग सकती है। एक तरफ इनके नागरिकों को निर्वासित किया जा सकता है, दूसरी तरफ अमेरिका में रहने वाले आप्रवासियों से मिलने वाले रेमिटेंस में कटौती झेलनी पड़ सकती है।
ग्वाटेमाला और अमेरिकी अधिकारियों के बीच हुई बैठकों से संकेत मिलता है कि राष्ट्रपति बर्नार्ड अरेवैलो अब ट्रम्प सरकार के साथ अपने संबंधों में नई शुरुआत करना चाहते हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाइडेन सरकार में निर्वासित नागरिकों की 14 विमान अब तक ग्वाटेमाला आ चुके हैं। आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ सकती है।
ग्वाटेमाला की योजना इन निर्वासितों को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने की है। उसने अमेरिका में अनुभव ले चुके नागरिकों की मदद से अपने प्राइवेट सेक्टर को सुधारने की योजना बनाई है।
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