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निकी हेली ने कहा, राष्ट्रपति चुनाव में मैं ट्रंप को ही वोट दूंगी, लेकिन साथ में रखीं ये शर्तें

हेली ने कहा, 'मैं ट्रंप को वोट करूंगी।' लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी जोड़ा कि, ट्रंप को चाहिए कि वो उन लाखों लोगों तक पहुंचें जिन्होंने मुझे वोट दिया था और अब भी मेरा समर्थन करते हैं। उन्हें ये नहीं सोचना चाहिए कि ये लोग अपने आप ही उनके साथ आ जाएंगे।

22 मई को हडसन इंस्टीट्यूट, वाशिंगटन में एक कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत रहीं भारतीय मूल की निकी हेली। / Screengrab/New India Abroad

संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत रहीं भारतीय मूल की निकी हेली ने ऐलान किया है कि वे अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को वोट देंगी। 22 मई को वाशिंगटन में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं। हालांकि हेली ने यह भी कहा कि ट्रंप को उन लोगों का समर्थन भी जुटाना होगा जिन्होंने प्राइमरी चुनाव में उन्हें (हेली) वोट दिया था।

इस दौरान निकी हेली ने कहा, 'मैं ट्रंप को वोट करूंगी।' लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी जोड़ा कि, ट्रंप को चाहिए कि वो उन लाखों लोगों तक पहुंचें जिन्होंने मुझे वोट दिया था और अब भी मेरा समर्थन करते हैं। उन्हें ये नहीं सोचना चाहिए कि ये लोग अपने आप ही उनके साथ आ जाएंगे। हेली ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ट्रंप ऐसा ही करेंगे।

हेली ने मार्च में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ दी थी। हाल के दिनों में अमेरिका को प्रभावित करने वाले कई राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर बोलते हुए हेली ने कहा कि भले ही पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप खुद परफेक्ट नहीं हैं, लेकिन वे मौजूदा राष्ट्रपति बाइडेन से बेहतर तरीके से इन मुद्दों को संभाल सकते हैं।

उन्होंने कहा कि एक मतदाता के तौर पर मैं ऐसे राष्ट्रपति को चुनूंगी जो हमारे सहयोगियों का साथ दे। हमारे दुश्मनों को जवाबदेह ठहराए। जो हमारी सीमाओं को सुरक्षित रखे। एक ऐसा राष्ट्रपति जो पूंजीवाद और स्वतंत्रता का समर्थन करे। एक ऐसा राष्ट्रपति जो यह समझे कि हमें कर्ज कम चाहिए, ज्यादा नहीं। हालांकि ट्रंप इन नीतियों पर बिलकुल सही नहीं रहे हैं। मैंने यह बात कई बार स्पष्ट की है।

उन्होंने यह भी कहा कि बाइडेन का शासन 'विनाशकारी' रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका को इतना समझदार होना चाहिए कि वो कहे, चलो इससे आगे बढ़ते हैं। और ऐसा तभी होगा जब अमेरिका की रीढ़ की हड्डी फिर से मजबूत होगी। अगर हमारी रीढ़ मजबूत हुई, तो ये सारी समस्याएं खुद-ब-खुद सुलझने लगेंगी। हेली ने हडसन इंस्टीट्यूट में अपने भाषण में यूक्रेन, इजराइल और अमेरिका-मेक्सिको सीमा की स्थिति से निपटने के बाइडेन के तरीके का भी जिक्र किया।

दिलचस्प बात यह है कि हेली ने पहले ट्रंप पर अराजकता फैलाने और विदेशों में अमेरिकी गठबंधनों की अनदेखी करने का आरोप लगाया था। ट्रंप की उम्र को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि 77 वर्षीय ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बनने के लिए बहुत बूढ़े हो गए हैं। जवाब में, ट्रंप ने हेली को 'बर्डब्रेन' birdbrain (ओछी बुद्धि ) कहकर उनपर निशाना साधा था। हालांकि, मार्च 2024 में ट्रंप द्वारा रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार बनने के लिए पर्याप्त प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल करने के बाद से हेली और ट्रंप के बीच तनातनी कम हो गई थी।

 

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