भारतीय मूल की मेघना शर्मा को साल 2024 के लाउडौन इनोवेशन चैलेंज का विजेता घोषित किया गया है। उन्होंने ये पुरस्कार नेपाली मूल की त्सेतेन गुरुंग के साथ जीता है।
इनके हेल्थ टेक स्टार्टअप VascRisk को लाइफ साइंसेज टेक्नोलोजी श्रेणी में इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। पुरस्कार की घोषणा हाल ही में वर्जीनिया के एशबर्न स्थित बेलमोंट कंट्री क्लब में आयोजित कार्यक्रम में की गई।
VascRisk की संस्थापक मेघना शर्मा हेल्थकेयर टेक्नोलोजी में इनोवेशन के मिशन को पूरा करने में जुटीं उद्यमी हैं। उन्होंने पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलोजी (एमसीआईटी) में मास्टर्स किया है। साथ ही जीडब्ल्यू मेडिकल स्कूल भी अटेंड किया है।
लाउडौन काउंटी स्थित VascRisk कंपनी अपने अनूठे एआई संचालित समाधान के जरिए कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों की देखभाल का तरीका बदल रही है। ये मरीजों को व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करती है। कंपनी का प्रमुख प्रोडक्ट ARTSENS है जो वैस्कुलर हेल्थ का आकलन करने के लिए किफायती नॉन इन्वेसिव उपाय प्रदान करता है।
कंपनी का एआई संचालित प्लेटफॉर्म पर्सनलाइज्ड हेल्थ प्लान के साथ रीयल-टाइम ट्रैकिंग सुविधा देता है। इसका उद्देश्य कार्डियोवैस्कुलर देखभाल में क्रांति लाना और हृदय रोग के मरीजों की मदद करना है।
मेघना शर्मा और गुरुंग को पुरस्कार स्वरूप 15,000 अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार और एक क्रिस्टल ट्रॉफी प्रदान की गई है। इसमें भारतीय मूल की काव्या और यशविनी कृष्णन का भी सहयोग रहा है।
मेघना शर्मा ने पुरस्कार के लिए आभार व्यक्त करते हुए बताया कि किस तरह उनकी कंपनी के उत्पाद दिल के मरीजों को तकनीक की मदद से राहत प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ARTSENS प्रोडक्ट एडवांस अल्ट्रासाउंड तकनीक के जरिए दिल संबंधी बीमारियों को पहले ही पता लगाने में सक्षम है।
गुरुंग यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा क्रुकस्टन की स्नातक छात्रा हैं। साइबर सिक्योरिटी के बाद अब वह आईटी मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही हैं। उन्हें 2023 के मेस्टेनहॉसर स्टूडेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
गुरुंग मल्टीकल्चरल इंटरनेशनल क्लब की वाइस प्रेसिडेंट भी हैं जो कैंपस में सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित करता है।
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