अमेरिका में 2025 के रेगेनरॉन ( Regeneron) साइंस टैलेंट सर्च (STS) के टॉप 40 फाइनलिस्ट में 13 भारतीय-अमेरिकी छात्रों ने जगह बनाई है। ये अमेरिका की सबसे पुरानी साइंस टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग और मैथ्स (STEM) कॉम्पिटिशन है, जो हाई स्कूल के सीनियर्स के लिए होती है।
ये रेगेनरॉन STS का 84वां साल है, जो रेगेनरॉन फार्मास्युटिकल्स और सोसाइटी फॉर साइंस मिलकर चलाते हैं। इसमें बेहतरीन युवा प्रतिभा को पहचाना जाता है, जो साइंस में कमाल का हुनर और लीडरशिप दिखाते हैं। इस कॉम्पिटिशन में लगभग 2500 बच्चों ने हिस्सा लिया था और 300 टॉप स्कॉलर्स चुने गए थे। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कितना मुश्किल कॉम्पिटिशन रहा होगा।
सोसाइटी फॉर साइंस की प्रेसिडेंट और सीईओ माया अजमेरा ने फाइनलिस्ट्स की तारीफ करते हुए कहा, 'हम रेगेनरॉन साइंस टैलेंट सर्च के इन बेहतरीन फाइनलिस्ट्स की कमाल की कामयाबी को सलाम करते हैं। ये बच्चे आने वाले वक्त में होने वाली इनोवेशन्स की नई उम्मीद हैं। साइंस और इंजीनियरिंग के आने वाले लीडर्स को तैयार करके हम एक मजबूत इकॉनमी और बेहतर कल में निवेश कर रहे हैं, जो साइंस और टेक्नोलॉजी की तरक्की से चलेगा।'
इस साल के फाइनलिस्ट्स ने बहुत अलग-अलग फील्ड्स में रिसर्च की है। उन्होंने दुनिया की बड़ी-बड़ी चुनौतियों से निपटने की कोशिश की है। जैसे कि जानवरों का दूसरे इलाकों में जाना, फसलों की सुरक्षा का जल्दी पता लगाना, कम खर्चे में कीटों से बचाव, एआई से बीमारियों का पता लगाना और कैंसर के इलाज के तरीके।
रेगेनरॉन के को-फाउंडर और प्रेसिडेंट जॉर्ज डी. यानकोपोलस (एमडी, पीएचडी) ने इस कॉम्पिटिशन के असर पर जोर देते हुए अपनी 1976 की जीत को याद किया। उन्होंने कहा, 'रेगेनरॉन - उस वक्त वेस्टिंगहाउस - साइंस टैलेंट सर्च में हिस्सा लेना मेरे लिए बहुत बड़ा पल था। इसने मुझे दिखाया कि साइंस का इस्तेमाल लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए कैसे किया जा सकता है। मुझे इन फाइनलिस्ट्स में भी यही दुनिया बदलने की ताकत नजर आती है।'
ये फाइनलिस्ट 6 से 12 मार्च, 2025 तक वाशिंगटन डी.सी. में 1.8 मिलियन डॉलर से ज्यादा की इनाम राशि के लिए मुकाबला करेंगे। हर फाइनलिस्ट को कम से कम 25,000 डॉलर मिलेंगे। टॉप 10 विनर्स को 40,000 डॉलर से लेकर 250,000 डॉलर तक मिलेंगे। कुल मिलाकर, इस कॉम्पिटिशन में 3 मिलियन डॉलर से ज्यादा की इनाम राशि बांटी जाएगी।
फाइनलिस्ट 9 मार्च को अपनी रिसर्च जनता के सामने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से पेश करेंगे। विजेताओं का ऐलान 11 मार्च को लाइव स्ट्रीम किए जाने वाले अवॉर्ड सेरेमनी में होगा। हर फाइनलिस्ट के स्कूल को STEM शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 2,000 डॉलर मिलेंगे।
भारतीय-अमेरिकी फाइनलिस्ट ये हैं:
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