OpenAI के व्हिसलब्लोअर सुचीर बालाजी के माता-पिता इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे हैं। 27 दिसंबर को मिल्पीटास के यूनिवर्सिटी ऑफ सिलिकॉनआंध्र में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने समुदाय से अपील की।
सुचीर की मां का खत:
नमस्ते, मेरा नाम पूर्णिमा रामाराव है। जैसा कि आप में से ज्यादातर लोग जानते हैं। मेरा इकलौता बेटा सुचीर बालाजी 26 नवंबर 2024 को अपने सैन फ्रांसिस्को के अपार्टमेंट में मरा पाया गया था।
सुचीर बालाजी एक व्हिसलब्लोअर थे। उन्होंने X, न्यू यॉर्क टाइम्स और अपनी वेबसाइट पर OpenAI का खुलासा किया था। कंपनी पर कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप लगाने के एक महीने बाद ही उनकी मौत हो गई। 'X' पर एक बयान में उन्होंने कहा था- 'पहले मुझे कॉपीराइट, फेयर यूज वगैरह के बारे में ज्यादा नहीं पता था, लेकिन GenAI कंपनियों के खिलाफ दायर किए गए सारे मुकदमों को देखकर मुझे जिज्ञासा हुई। जब मैंने इस मामले को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की, तो आखिरकार मैं इस नतीजे पर पहुंचा कि कई जेनरेटिव AI प्रॉडक्ट्स के लिए फेयर यूज एक काफी असंभव बचाव लगता है, इस आधारिक कारण से कि वे उस डेटा से प्रतिस्पर्धा करने वाले विकल्प बना सकते हैं जिस पर उन्हें ट्रेन किया जाता है।'
न्यू यॉर्क टाइम्स बनाम OpenAI मामले में गवाह के तौर पर नामित होने के एक हफ्ते बाद वह अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए। उनकी गवाही का AI उद्योग पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता था।
सुचीर ने इतनी हिम्मत से OpenAI का खुलासा किया था कि पुलिस द्वारा बताए गए मौत के कारणों से यह बात मिलती जुलती नहीं है।
उनकी दुखद मौत ने साजिश सिद्धांतों का तूफान खड़ा कर दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि उनकी समय से पहले मौत और AI उद्योग, खासकर OpenAI की खुली आलोचना के बीच कोई गुप्त संबंध है। पुलिस के मुताबिक, गलत कार्य का कोई सबूत नहीं है और यह आत्महत्या का मामला है। हालांकि, ऐसा लगता है कि इसमें कुछ और भी है। सुचीर की मौत की पूरी और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए एक सार्वजनिक याचिका दायर की गई है।
यह सिर्फ हमारे प्रियजन की मौत का मामला नहीं है, बल्कि व्हिसलब्लोअर्स के लिए सुरक्षा की कमी का भी मामला है। हम सच्चाई सामने लाना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भविष्य में दूसरों पर इसका असर न पड़े। हम चाहते हैं कि यह एक मिसाल बने कि कैसे सुचीर जैसे सभी व्हिसलब्लोअर्स की लड़ाई को समुदाय के समर्थन से जारी रखा जा सकता है, ताकि दुनिया को बेहतर बनाया जा सके।
सुचीर ने इस मुद्दे के लिए खड़ा होकर मानव जाति की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ी। वह न्याय का हकदार है। माता-पिता को सच्चाई जानने की जरूरत है। हम डिजिटल फॉरेंसिक, क्राइम सीन जांच, गवाहों से बात करना और फॉरेंसिक ऑटॉप्सी रिपोर्ट सहित व्यापक निजी जांच शुरू करना चाहते हैं। इन प्रयासों के लिए बहुत अधिक धन की आवश्यकता है। निजी जांचकर्ता की लागत $500-800 प्रति घंटा है और इसमें कुल कई सौ घंटे लगेंगे। हम पहले ही अपने पैसे से $50,000 खर्च कर चुके हैं और हमारे संसाधन समाप्त हो गए हैं।
मैं आप सभी के द्वारा पिछले एक महीने में मिले समर्थन के लिए आभारी हूं। इससे मुझे सुचीर के लिए न्याय की लड़ाई जारी रखने का साहस मिलता है। इस समय, हम आप सभी से एक सच्ची अपील करते हैं:
यदि आप कर सकते हैं, तो हम आपके वित्तीय समर्थन की सराहना करेंगे। gofund.me पर हम जो भी धन इकट्ठा कर पाएंगे, वह कानूनी फीस/वकील और किसी ऐसे व्यक्ति को ढूंढने में जाएगा जो न्याय के लिए लड़ने और सच्चाई खोजने से नहीं डरता।
धन्यवाद।
पूर्णिमा रामाराव, बालाजी राममूर्ति
#suchirbalaji #openai #Alethics
https://gofund.me/9bd9b230”
समुदाय ने भरपूर समर्थन दिया
कमरा उन माता-पिता से भर गया था जिन्होंने सुचीर को एक आम वैली का बच्चा देखा था। बहुत होशियार, शांत और तकनीकी उत्कृष्टता की अपनी खोज में एकाग्र। वह एक ऐसे देश में रहता था जो बहादुरों का घर है। वह बोलने की आजादी का प्रतीक था। सुचीर भी AI में नैतिक प्रथाओं के लिए लड़ता था। पुलिस ने 14 मिनट में ही तय कर लिया कि गोली चलाना आत्महत्या का प्रयास था और मामला बंद कर दिया।
समुदाय ने माता-पिता का साथ दिया और कई लोगों ने gofund.me अभियान में योगदान दिया।
कुपर्टिनो के मोंटा विस्टा हाई स्कूल में सुचीर के सहपाठी की मां ने कहा, 'हमारे पास एक विकल्प है। या तो हम कोई कदम नहीं उठाते या हम एक छोटा सा कदम उठाते हैं जिससे हमें उम्मीद है कि एक आंदोलन बन जाएगा।उन्होंने समुदाय से माता-पिता के साथ न्याय और उस दुनिया के लिए लड़ने का आग्रह किया जिसके लिए सुचीर लड़ रहा था। समुदाय संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपना समर्थन दर्ज कराया। 'कल यह हममें से कोई भी हो सकता है। हमें उन्हें दिखाना होगा कि अगली बार जब वे हमें छूने की कोशिश करेंगे तो वे दो बार सोचेंगे।'
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